मीरजापुर : गीतों से गूंजे गांव-गलियां, घाटों पर सजी श्रद्धा की सजावट
मीरजापुर, 27 अक्टूबर (हि.स.)। “काच्चे ही बांस की बहंगिया लचकत जाए…” जैसे लोकगीतों की मधुर गूंज से मीरजापुर की गलियां और घाटों में छठ महापर्व की आस्था और उल्लास झलकने लगा है। हर घर में तैयारी की रौनक है और हर घाट पर भक्ति की रंगोली बिखरी है।
घाटों पर छठ की रौनक
चार दिवसीय सूर्य उपासना के इस महापर्व के लिए गंगा घाटों से लेकर गांवों के सरोवरों तक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार के निर्देशन में प्रशासन ने छठ व्रती महिलाओं के लिए विशेष इंतजाम किए हैं। घाटों की सफाई, रंगोली, चेंजिंग रूम, लाइटिंग और सुरक्षा व्यवस्था हर जगह नजर आ रही है।
सजावट और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
अपर जिलाधिकारी (वि./रा.) अजय कुमार सिंह ने बताया कि फतहा घाट, कचहरी घाट, बरिया घाट, पक्का घाट, नार घाट, दीवान घाट, विंध्याचल, चुनार के बालू घाट, मेडिया घाट और रैपुरिया घाट को दीपों और रंगों से सजाया गया है। महिलाओं की सुविधा के लिए लाउडस्पीकर, गोताखोर, एनाउंसमेंट सिस्टम और बैरिकेडिंग की व्यवस्था की गई है।
स्वास्थ्य और बिजली की व्यवस्था
ग्रामीण सरोवरों पर नाव, मेडिकल टीम और रोशनी की व्यवस्था की गई है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी प्रमुख घाटों पर डॉक्टरों और एंबुलेंस की 24 घंटे ड्यूटी सुनिश्चित की है।
श्रद्धा का सैलाब तैयार
अनवरत विद्युत आपूर्ति और सुरक्षा व्यवस्था के बीच छठ घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने को तैयार है। प्रशासन ने अधिकारियों को भ्रमणशील रहकर निगरानी का निर्देश दिया है ताकि सभी श्रद्धालुओं को निर्बाध सुविधा मिल सके।




