सोनीपत, 29 मई (हि.स.)। हरियाणा के लिए यह गर्व का क्षण है जब साहित्य और शिक्षा के
क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए डॉ. संतराम देशवाल को भारत सरकार द्वारा पद्मश्री
सम्मान प्रदान किया गया। राष्ट्रपति भवन के गणतंत्र मंडप में आयोजित पद्म अलंकरण समारोह
में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें यह प्रतिष्ठित सम्मान प्रदान किया।
राई क्षेत्र के विधायक कृष्णा गहलावत ने गुरुवार को डॉ. संतराम देशवाल
को इस उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि यह हरियाणा ही नहीं, बल्कि पूरे
देश के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के आंचल से जन्मे एक उच्च कोटि
के साहित्यकार ने पूरे राष्ट्र में राज्य का नाम रोशन किया है।
डॉ. संतराम देशवाल ने अब तक 30 से अधिक पुस्तकें लिखी हैं
जिनमें ललित निबंध, संस्मरण, यात्रा वृत्तांत, जीवनी और कविताएं शामिल हैं। वे हरियाणा
साहित्य अकादमी द्वारा महाकवि सूरदास आजीवन साहित्य साधना पुरस्कार से भी सम्मानित
हो चुके हैं।
विधायक गहलावत के अनुसार, डॉ. देशवाल की पहचान हरियाणा की
लोक भाषा, लोक संस्कृति और लोक साहित्य के एक सच्चे संरक्षक के रूप में स्थापित है।
उनके कार्यक्षेत्र में हिंदी साहित्य, शिक्षा, पत्रकारिता, संपादन, शोध, शोध निर्देशन
और समाज सेवा प्रमुख रूप से शामिल हैं। उनकी साहित्यिक साधना और समाज के प्रति समर्पण को यह पुरस्कार
एक राष्ट्रीय मान्यता के रूप में देखा जा रहा है। विधायक ने अंत में कहा कि संतराम
देशवाल की यह सफलता सोनीपत ही नहीं, पूरे हरियाणा के लिए प्रेरणा का स्रोत है, और यह
उनके अथक परिश्रम का परिणाम है।