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विधानसभा में उठा राजौरी जिले के बडाल में रहस्यमयी मौतों का मुद्दा, सीबीआई जांच की मांग

जम्मू, 19 मार्च (हि.स.)। जम्मू और कश्मीर विधानसभा में विधायकों ने बुधवार को राजौरी के बडाल में हुईं रहस्यमय मौतों की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की है। सरकार ने सदन में बताया कि इलाके से एकत्र किए गए नमूनों में विभिन्न विषाक्त पदार्थ पाए गए हैं।

विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान बडाल के विधायक जावेद इकबाल चौधरी ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में हुई रहस्यमयमी तरीकों से हुईं मौतों की सीबीआई जांच की मांग उठाई। चौधरी ने दावा किया कि नमूनों में अलग-अलग विषाक्त पदार्थ पाए गए हैं। ऐसा लगता है कि उन्हें विषाक्त पदार्थ दिये गए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि ये मौतें जम्मू और कश्मीर में शांति को अस्थिर करने के उद्देश्य से एक बड़ी साजिश का हिस्सा हैं।उन्होंने कहा कि इन मौतों को कुलगाम और कठुआ की घटनाओं से अलग करके नहीं देखा जाना चाहिए। यह शांति को अस्थिर करने का प्रयास प्रतीत होता है। उन्होंने इन मौतों के कारणों का पता लगाने के लिए गहन जांच की मांग की।

सुरनकोट के विधायक चौधरी मुहम्मद अकरम ने सीबीआई जांच की मांग का समर्थन किया। माकपा विधायक मुहम्मद यूसुफ तारिगामी ने भी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इन मौतों के पीछे अदृश्य हाथों का पर्दाफाश किया जाना चाहिए। यह विडंबना है कि इन मौतों का कारण अज्ञात है। आज जो हुआ वह कल कहीं भी हो सकता है।

मांगों पर प्रतिक्रिया देते हुए स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री सकीना इट्टू ने कहा कि हम जो कर सकते थे किया है। गृह विभाग हमारे नियंत्रण में नहीं है। उन्होंने सदन को बताया कि गृह विभाग की जांच जारी है। उन्होंने कहा कि जांच पूरी होने के बाद आगे कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि मौतें किसी बीमारी के कारण नहीं हुई हैं। लिखित जवाब में मंत्री ने बताया कि क्लीनिकल रिपोर्ट, लैब जांच और पर्यावरण नमूनों से पता चला है कि ये घटनाएं बैक्टीरिया या वायरल मूल की संक्रामक बीमारी के कारण नहीं हुई थीं। पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ की रिपोर्ट के अनुसार एल्युमिनियम और कैडमियम के अंश पाए गए।

उल्लेखनीय है कि राजौरी जिले के बडाल गांव में रहस्यमयी तरीके से अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है। इससे पूरे इलाके में दहशत है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अन्य किसी जांच में कोई निष्कर्ष नहीं निकला है। सीएफएसएल चंडीगढ़ की रिपोर्ट में सभी 17 मृतकों के विसरा नमूनों में क्लोरफेनेपायर पाया गया।

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