SCO सम्मेलन से पहले खास मुलाकात
नई दिल्ली में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन शुरू होने से पहले एक ऐतिहासिक पल देखने को मिला। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच गर्मजोशी भरी मोदी पुतिन मुलाकात हुई। दोनों नेताओं ने गले मिलकर मित्रता और भरोसे का परिचय दिया।
शी जिनपिंग की मौजूदगी
इस मुलाकात के दौरान चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी मौजूद रहे। उनकी उपस्थिति ने इस मोदी पुतिन मुलाकात को और महत्वपूर्ण बना दिया। तीनों नेताओं का एक साथ होना अंतरराष्ट्रीय मंच पर गहरी कूटनीतिक तस्वीर पेश करता है।
रिश्तों में मजबूती का संकेत
भारत और रूस लंबे समय से रणनीतिक साझेदारी में जुड़े रहे हैं। इस बार की मोदी पुतिन मुलाकात ने दोनों देशों के रिश्तों की मजबूती को और स्पष्ट कर दिया। गले मिलने का यह दृश्य दुनिया भर के मीडिया की सुर्खियों में आ गया।
चर्चा के अहम मुद्दे
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन करीब 45 मिनट की चर्चा करेंगे। बातचीत में आपसी हितों और क्षेत्रीय मुद्दों पर ध्यान दिया जाएगा। रक्षा सहयोग, व्यापार विस्तार और ऊर्जा क्षेत्र पर भी विचार संभव है। इस मोदी पुतिन मुलाकात से भविष्य में नई साझेदारी की दिशा तय हो सकती है।
कूटनीति का मजबूत संदेश
विशेषज्ञों का मानना है कि इस मुलाकात ने भारत-रूस संबंधों को नई गति दी है। SCO शिखर सम्मेलन से पहले हुई यह मोदी पुतिन मुलाकात दुनिया को यह संदेश देती है कि भारत वैश्विक साझेदारी को महत्व देता है।