मोतिहारी विधानसभा चुनाव 2025 का मुकाबला इस बार बेहद दिलचस्प हो गया है। पूर्वी चंपारण की यह सीट बिहार के दूसरे चरण की सबसे चर्चित सीटों में शामिल हो गई है। यहां भाजपा, राजद, जनसुराज और निर्दलीय उम्मीदवारों के बीच बहुकोणीय जंग देखने को मिल रही है।
चार दिग्गज मैदान में
भाजपा ने पांच बार के विधायक प्रमोद कुमार को फिर से उम्मीदवार बनाया है। वहीं, महागठबंधन की ओर से देवा गुप्ता मैदान में हैं, जबकि जनसुराज से डॉ. अतुल कुमार और निर्दलीय उम्मीदवार दिव्यांशु भारद्वाज भी दमखम से चुनावी मैदान में डटे हैं।
प्रीति कुमारी बनीं प्रचार की धुरी
महागठबंधन प्रत्याशी देवा गुप्ता की गैरमौजूदगी में उनकी पत्नी और मोतिहारी नगर निगम की मेयर प्रीति कुमारी ने प्रचार की कमान संभाल ली है। उन्होंने कहा कि “मोतिहारी में परिवर्तन की लहर है और जनता तेजस्वी यादव के संकल्प पत्र पर भरोसा जता रही है।”
प्रीति की सादगी और आत्मविश्वास से भरा प्रचार अभियान स्थानीय मतदाताओं को प्रभावित कर रहा है।
भाजपा को चुनौती, मुकाबला बना रोमांचक
विपक्षी दलों ने भाजपा के खिलाफ मजबूत चक्रव्यूह रचा है। हालांकि, प्रमोद कुमार को सांसद राधामोहन सिंह का समर्थन इस बार भी प्राप्त है। राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, यह सीट इस बार “परंपरा बनाम परिवर्तन” की जंग में तब्दील हो चुकी है।
निर्दलीय दिव्यांशु ने जोड़ा नया मोड़
निर्दलीय प्रत्याशी दिव्यांशु भारद्वाज युवाओं और आम मतदाताओं के बीच “भय और भ्रष्टाचार मुक्त मोतिहारी” के नारे के साथ लोकप्रियता बटोर रहे हैं।
अब सबकी निगाहें मतदाताओं पर
चार दिग्गजों के बीच यह मुकाबला अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच गया है। मतदाताओं का रुख ही तय करेगा कि मोतिहारी नया कीर्तिमान बनाता है या पुराने ढर्रे पर कायम रहता है।




