भोपाल। मध्य प्रदेश में सर्दी के तेवर और तेज हो गए हैं। शीतलहर के साथ घने कोहरे ने प्रदेश के आधे हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया है। हालात ऐसे हैं कि मंगलवार को 22 जिलों में कोहरे का अलर्ट जारी किया गया है। कई स्थानों पर न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
मौसम विभाग के अनुसार, ग्वालियर, चंबल, सागर और रीवा संभाग में कोहरे का सबसे ज्यादा असर रहेगा। इन क्षेत्रों में सुबह के समय दृश्यता बेहद कम रहने की संभावना है।
🌫️ इन 12 जिलों में ऑरेंज अलर्ट
मंगलवार सुबह के लिए घने कोहरे का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जहां दृश्यता घटकर 50 मीटर तक रह सकती है—
- ग्वालियर
- मुरैना
- भिंड
- दतिया
- निवाड़ी
- टीकमगढ़
- छतरपुर
- पन्ना
- सतना
- रीवा
- मऊगंज
- सीधी
इन जिलों में सड़क और रेल यातायात पर विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
⚠️ 10 जिलों में येलो अलर्ट
वहीं भोपाल, विदिशा, सागर, दमोह, जबलपुर, कटनी, मैहर, उमरिया, शहडोल और सिंगरौली में येलो अलर्ट जारी है। यहां दृश्यता 1 से 2 किलोमीटर तक रहने की संभावना है।
❄️ तापमान में तेज गिरावट
सोमवार रात प्रदेश के कई शहरों में तापमान बेहद नीचे चला गया—
- भोपाल: 5.8°C
- इंदौर: 6.6°C
- ग्वालियर: 9.1°C
- उज्जैन: 9.3°C
- जबलपुर: 9.4°C
प्रदेश में सबसे ठंडे स्थान पचमढ़ी और राजगढ़ रहे, जहां न्यूनतम तापमान 5.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
🌬️ जेट स्ट्रीम और पश्चिमी विक्षोभ का असर
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, उत्तर भारत के ऊपर सक्रिय जेट स्ट्रीम का असर मध्य प्रदेश में साफ नजर आ रहा है। यह जेट स्ट्रीम करीब 12.6 किलोमीटर ऊंचाई पर 222 किमी/घंटा की रफ्तार से बह रही है, जिससे ठंड और कोहरा दोनों बढ़े हैं।
इसके अलावा, 17 दिसंबर की रात से नया पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय को प्रभावित करेगा। इसके बाद एक और विक्षोभ आने की संभावना है, जिससे अगले कुछ दिनों में ठंड और ज्यादा बढ़ सकती है।




