📍 रोहतक, 12 जून (हि.स.) — रोहतक जिला विकास भवन के सभागार में बुधवार को आयोजित नगर निगम हाउस की बैठक हंगामेदार रही। पार्षदों ने अधिकारियों पर जनप्रतिनिधियों की अनदेखी और कार्य में लापरवाही का आरोप लगाया, जिससे बैठक का माहौल गर्म हो गया।
🔹 क्या हुआ बैठक में:
- पार्षदों ने अपने वार्डों की सीवर व्यवस्था, सफाई, स्वच्छ पेयजल, गंदे पानी की निकासी, फैमिली आईडी, प्रॉपर्टी आईडी, और बुढ़ापा पेंशन से जुड़ी समस्याएं बैठक में जोरशोर से उठाईं।
- पार्षदों का आरोप था कि वे बार-बार अधिकारियों को जनता की समस्याएं बताते हैं, लेकिन समाधान नहीं किया जाता।
- हाउस एजेंडे की कॉपी समय पर पार्षदों को न दिए जाने पर मेयर राम अवतार वाल्मीकि ने अधिकारियों की क्लास लगाई।
🗣️ मेयर का सख्त संदेश:
“जनता की समस्याओं का समाधान हमारी पहली प्राथमिकता है। अगर किसी अधिकारी ने कोताही बरती तो बख्शा नहीं जाएगा।”
💼 बैठक के प्रमुख निर्णय:
- विकास कार्यों से जुड़े 14 एजेंडे सर्वसम्मति से पारित किए गए।
- सभी पार्षदों को सफाई कर्मचारियों की सूची तुरंत उपलब्ध कराने के निर्देश।
- एक ही सीट पर वर्षों से कार्यरत कर्मचारियों का तबादला अन्य जगहों पर करने का निर्णय।
- नगर निगम की सभी विंडो पर CCTV कैमरे लगाने के आदेश।
📣 मेयर ने मीडिया से कहा:
- बैठक में शहर के समग्र विकास की समीक्षा की गई।
- स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर में तेजी से विकास कार्य हो रहे हैं।
- सरकार के पास विकास के लिए धन की कोई कमी नहीं है और “सबका साथ, सबका विकास” के सिद्धांत पर काम हो रहा है।
📌 निष्कर्ष:
नगर निगम की यह बैठक अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल और जवाब का मंच बन गई। पार्षदों के सवालों और मेयर की सख्ती से यह स्पष्ट हो गया कि जनप्रतिनिधि अब अधिकारियों से जवाबदेही और पारदर्शिता की उम्मीद कर रहे हैं।