🌍 अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस क्या है?
Nasha Mukti Diwas हर साल 26 जून को पूरे विश्व में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य नशे के दुष्परिणामों के बारे में जागरूकता फैलाना और नशा मुक्त समाज की ओर कदम बढ़ाना है।
नशा मुक्त भारत अभियान (Nasha Mukti Abhiyan) भारत सरकार द्वारा चलाया गया एक प्रमुख अभियान है, जिसकी शुरुआत केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा की गई थी।
🚩 सिलीगुड़ी में जागरूकता रैली का आयोजन
इस मौके पर सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस के विभिन्न थानों ने जागरूकता रैलियों का आयोजन किया:
एनजेपी थाना
- स्थान: एनजेपी रेलवे हाई स्कूल
- सहभागिता: छात्र-छात्राएं, एनसीसी केडर, थाना प्रभारी सोनम लामा, अधिकारी परेश बर्मन
- संदेश: “स्वस्थ समाज, नशा मुक्त जीवन”
गाजोलडोबा आउट पोस्ट
- स्थान: मंतादारी हाई स्कूल
- सहभागिता: स्कूल के विद्यार्थी और पुलिस अधिकारी
- उद्देश्य: बच्चों के माध्यम से समाज को नशे से दूर रहने का संदेश देना
भोरेर आलो पुलिस थाना
- स्थान: चिंतामोहन हाई स्कूल, आमबाड़ी-फालाकाटा
- रैली नेतृत्व: थाना प्रभारी संदीप दत्त, हिरुकांति सरकार
- संदेश: “Say No to Drugs”
📜 नशा मुक्ति अभियान से जुड़े महत्वपूर्ण पहलू
- ✅ Nasha Mukti Poster और स्लोगन के माध्यम से जागरूकता
- ✅ Nasha Mukti Kendra में इलाज व काउंसलिंग
- ✅ Nasha Mukti Plus जैसी दवाएं और थेरेपी
- ✅ Nasha Mukti Shapath विद्यार्थियों और युवाओं द्वारा ली गई
- ✅ नशा मुक्त भारत अभियान Certificate सामाजिक कार्यकर्ताओं को दिया जाता है
🙋♀️ अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q. नशा मुक्ति क्या है (What is Nasha Mukti)?
👉 यह एक सामाजिक प्रक्रिया है जिसका उद्देश्य व्यक्ति को शराब, ड्रग्स या अन्य किसी नशे की लत से बाहर निकालना है।
Q. नशा मुक्त भारत अभियान किसने शुरू किया?
👉 इसे भारत सरकार ने 2020 में शुरू किया था, जिसे सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय संचालित करता है।
🎯 निष्कर्ष
अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्ति दिवस केवल एक दिन का कार्यक्रम नहीं, बल्कि यह एक संदेश है – एक ऐसे समाज की ओर बढ़ने का जहां युवा नशे से मुक्त हों और स्वस्थ जीवन जिएं। सिलीगुड़ी की इस पहल ने यह साबित कर दिया कि बच्चों और पुलिस की सहभागिता से समाज को सकारात्मक दिशा दी जा सकती है।