गरियाबंद, 21 मार्च (हि.स.)। छत्तीसगढ़ को नक्सलवाद मुक्त बनाने की दिशा में सुरक्षाबलों को शुक्रवार को एक और बड़ी सफलता मिली। सुरक्षाबलों ने नक्सलियों का छिपाया हुआ धन और हथियारों का जखीरा बरामद किया है। अब सुरक्षाबल जंगलों में छिपे माओवादी और उनके धन, हथियार समेत सभी सोर्स का एक के बाद एक खात्मा कर रहे हैं। पुलिस ने आज मैनपुर थाना क्षेत्र से लगे पंडरीपानी से नक्सलियों के जमीन में छिपाया गया आठ लाख कैश और हथियारों समेत नक्सल साहित्य बरामद किया है। पुलिस नक्सलियों को कैश देने वाले सोर्स का भी पता लगाने में जुट गई है।
गरियाबंद एसपी निखिल राखेचा ने शुक्रवार काे पत्रकाराें से बातचीत में बताया कि मैनपुर थाना क्षेत्र से लगे पंडरीपानी के पहाड़ी इलाके में नक्सलियों के धमतरी, गरियाबंद नुआपड़ा डिविजन कमेटी के द्वारा उगाही की रकम छिपा कर रखी गयी थी। इसकी जानकारी मिलने पर एसपी के निर्देश पर जिला पुलिस, कोबरा बटालिया ,सीआरपीएफ की संयुक्त टीम बीडीएस की टीम के साथ सर्चिंग ऑपरेशन पर निकली थी। सुरक्षाबलों की टीम 20 मार्च सुबह को बतायी गई जगह पर पहुंची और पेड़ के नीचे खुदाई कराई, जिसमें एक सफेद बोरी मिली। टीम ने सावधानी के साथ इसकी जांच की तो, उसके अंदर से टिफिन के डिब्बे में आठ लाख रुपये नकद और 13 जिलेटिन और नक्सली साहित्य समेत अन्य समाग्री बरामद हुई।
उल्लेखनीय है कि जनवरी 2025 के शुरुआत से ही गरियाबंद पुलिस को नक्सली मोर्चे में सफलता मिल रही है। इस इलाके में जनवरी माह में हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने सेंटर कमेटी सदस्य चलपति समेत 16 नक्सली मार गिराए गए थे। फरवरी में हथियारों को नष्ट किया गया। इसके बाद मार्च माह में तीन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था। अब पुलिस गाड़े हुए धन तक पहुंच गई है। गरियाबंद जिले में पुलिस और सुरक्षाबलों ने नक्सली गतिविधियों पर नकेल कसने में सफल हुई है।