कोहरे से पहले पूसीरे ने बढ़ाई सुरक्षा तैयारियां
गुवाहाटी, 25 नवंबर (हि.स.)।
शीतकालीन मौसम शुरू होने से पहले पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (पूसीरे) ने कोहरे और कम दृश्यता के दौरान ट्रेन संचालन को सुरक्षित रखने के लिए अपनी सुरक्षा तैयारियों को और मजबूत कर लिया है। रेलवे बोर्ड के निर्देशों के तहत ज़ोन ट्रेनों के इंजनों में फॉग सेफ डिवाइस लगा रहा है, जिससे लोको पायलटों को कम विज़िबिलिटी में भी सिग्नल पहचानने में आसानी होगी।
ट्रैक पर विज़िबिलिटी बढ़ाने के उपाय
कोहरे से पहले ट्रैक और तकनीकी ढांचे की विशेष जांच की गई है। प्रमुख स्थानों पर चूने से सफेद निशान, सिग्नल साइटिंग बोर्डों पर लूमिनस पट्टियां और अंतिम कोचों में एलईडी फ्लैशर टेल लैंप लगाए गए हैं।
इसके अलावा कोहरे वाले सेक्शनों में रेट्रो-रिफ्लेक्टिव स्टॉप बोर्ड और अन्य उपकरणों की जांच कर उन्हें उन्नत किया गया है ताकि किसी भी स्थिति में संरक्षा बनी रहे।
संचालन और प्रशिक्षण में सुधार
कोहरे के दौरान भीड़ व जोखिम कम करने के लिए ट्रेनों की आवाजाही में समायोजन किया जा रहा है।
लोको पायलट, असिस्टेंट लोको पायलट और गार्ड के लिए विशेष फॉग-सेफ्टी प्रशिक्षण आयोजित किए जा रहे हैं। इन रिफ्रेशर कोर्स में कोहरे की स्थिति में सुरक्षित ढंग से संचालन के बारे में विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
क्रू चेंजिंग प्वाइंट और लोको लिंक की निगरानी भी बढ़ा दी गई है।
स्टेशनों पर फॉग मॉनिटरिंग
महत्वपूर्ण स्टेशनों पर विज़िबिलिटी टेस्ट ऑब्जेक्ट (VTO) लगाए जा रहे हैं या उनकी स्थिति की जांच की जा रही है। स्टेशन मास्टर इनसे कोहरे की तीव्रता को परख सकेंगे और आवश्यकता पड़ने पर फॉग सिग्नलमैन तैनात कर सकेंगे या डेटोनेटर लगा सकेंगे।
यात्रियों को भरोसा
एनएफआर ने कहा है कि कोहरे के दौरान सुरक्षित व विश्वसनीय यात्रा सुनिश्चित करने के लिए सभी तकनीकी और संरक्षा उपाय अपनाए जा चुके हैं। साथ ही यात्रियों से अपील की गई है कि वे आधिकारिक चैनलों के माध्यम से यात्रा अपडेट प्राप्त करते रहें।




