कांकेर, 06 मार्च (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के नक्सल प्रभावित आमाबेड़ा थाना क्षेत्र से एनआईए की टीम ने गुरुवार काे सेना के जवान मोतीराम अचला की हत्या से जुड़े मामले में नक्सलियों से संपर्क रखने के आरोप में चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। एनआईए की टीम उनसे पूछताछ कर रही है।
इससे पहले भी एनआईए की टीम ने आमाबेड़ा के इलाके में दो बार छापेमारी कर इस मामले में कुछ लोगों को हिरासत में लिया था। अब तक 11 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। कांकेर एसपी आईके एलसेला ने आमाबेड़ा थाना क्षेत्र से एनआईए की टीम के 4 संदिग्धों को गिरफ्तार करने की पुष्टि करते हुए बताया कि विस्तृत जानकारी एनआईए प्रेस नाेट के माध्यम से देगी।
पिछले माह फरवरी 2025 में आमाबेड़ा से अनीश खान, कलमुच्चे से महावीर उर्फ रघुवीर जैन और उसेली से एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया था। एनआईए की जांच में पता चला है कि अनीश खान उर्फ अन्नू खान उर्फ अज्जू खान, अनिल कुमार नेताम, जयसिंग हिडको और रघुवीर लंबे समय से नक्सली संगठन के सदस्यों को शरण देने और सहायता प्रदान करने में शामिल थे। वहीं बीते 28 फरवरी को छत्तीसगढ़ नक्सल फंडिंग मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए मूलवासी बचाओ मंच के प्रमुख रघु मिडियामी को एनआईए ने गिरफ्तार किया था। इससे पहले नवंबर 2023 में भी पुलिस ने इसी मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनके पास से 6 लाख रुपये नकद बरामद हुए थे। जांच में सामने आया कि ये दोनों मूलवासी बचाओ मंच के ओवरग्राउंड वर्कर थे, जो नक्सलियाें के लिए फंड जुटाने और वितरित करने का काम कर रहे थे।
उल्लेखनीय है कि एनआईए की टीम बस्तर संभाग में लगातार सक्रिय है। कांकेर जिला के नक्सली प्रभावित आमबेड़ा में 25 फरवरी 2023 को आयोजित वार्षिक मेला और मुर्गा बाजार में नक्सलियों ने छुट्टी पर घर आए सेना के जवान मोतीराम अचला की सरेआम कनपटी में गोली मार कर हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड में चार नक्सलियाें के घटना को अंजाम देकर फरार होने की बात सामने आई थी। कांकेर जिला के ग्राम तेवड़ा निवासी मोतीराम आचला असम में सेना के सप्लाई कोर में तैनात थे। हत्याकांड की जांच की जिम्मेदारी वर्ष 2024 को एनआईए को सौंपा गया था। इस प्रकरण में एनआईए की टीम ने कांकेर से चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया है।