📍 गुवाहाटी, 14 जून (हि.स.) — राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन उल्फा (स्वाधीन) के प्रमुख परेश बरुवा समेत तीन लोगों के खिलाफ स्वतंत्रता दिवस पर आईईडी हमले की साजिश रचने के मामले में चार्जशीट दाखिल की है।
🔎 एनआईए की जांच में क्या निकला?
एनआईए के अनुसार, 2024 में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर असम की राजधानी गुवाहाटी के दिसपुर लास्ट गेट इलाके में एक आईईडी प्लांट किया गया था। इसके अलावा राज्य के अन्य हिस्सों में भी विस्फोटकों को स्थापित करने की कोशिश की गई थी। मामला सितंबर 2024 में एनआईए को सौंपा गया था।
👤 चार्जशीट में शामिल आरोपी:
- परेश बरुवा उर्फ परेश असम — उल्फा (स्वा.) का स्वयंभू कमांडर-इन-चीफ
- अन्य नाम: कमरुज जमाल खान, नूर-उज-जमाल, प्रदीप, पवन बरुवा
- अभिजीत गोगोई उर्फ अभिजीत — असम निवासी
- जाह्नू बरुवा उर्फ अर्णव उर्फ हन्टू
⚖️ इन धाराओं में केस दर्ज:
- भारतीय दंड संहिता
- गैरकानूनी गतिविधि (निरोधक) अधिनियम (UAPA)
- विस्फोटक पदार्थ अधिनियम
🏛️ एनआईए ने यह चार्जशीट गुवाहाटी स्थित एनआईए की विशेष अदालत में दाखिल की है।
📌 मुख्य बिंदु संक्षेप में:
- 15 अगस्त 2024 को आईईडी ब्लास्ट की साजिश
- उल्फा (स्वा.) प्रमुख परेश बरुवा समेत 3 नामजद
- विस्फोटक लगाने की पुष्टि, एनआईए ने केस संभाला
- UAPA व IPC की धाराओं में मामला दर्ज