गौतमबुद्धनगर, 30 सितंबर। नोएडा में सोशल मीडिया (इंस्टा रील/फेसबुक लाइव) और घरेलू तनाव के कारण एक दंपत्ति का 20 साल पुराना रिश्ता टूटने के कगार पर पहुँच गया। पति ने रिश्ता समाप्त करने का मन बनाया था, लेकिन नोएडा पुलिस काउंसलिंग से दंपत्ति को समझाया गया और परिवार को पुनः एकजुट किया गया।
पुलिस उपायुक्त महिला सुरक्षा श्रीमती प्रीति यादव ने बताया कि पुलिस कमिश्नर के निर्देशन में फैमिली डिस्प्यूट रेजोल्यूशन सेंटर (एफडीआरसी) द्वारा विवादों और तनाव से प्रभावित परिवारों की काउंसलिंग कराई जा रही है। इस पहल का उद्देश्य परिवारों को टूटने से बचाना और समाज में स्थिरता बनाए रखना है।
इस मामले में आवेदिका श्रीमती अनीता (काल्पनिक नाम) ने अपने पति विजय (काल्पनिक नाम) एवं ससुराल वालों के खिलाफ सोशल मीडिया और घरेलू विवाद की शिकायत दर्ज कराई थी। दंपत्ति की 18 वर्षीय पुत्र और 6 वर्षीय पुत्री भी इस तनाव से प्रभावित थे।
एफडीआरसी-108 की महिला पुलिस टीम, मनोवैज्ञानिक और व्यवहारिक विशेषज्ञों ने दंपत्ति को चार बार बुलाकर समझाया और उनकी काउंसलिंग की। बच्चों के लिए भी काउंसलिंग की गई। इस प्रक्रिया के बाद पति-पत्नी ने आपसी सहमति से पुनः साथ रहने का निर्णय लिया।
डीसीपी ने बताया कि इस पहल से न केवल परिवार टूटने से बचा बल्कि बच्चों और माता-पिता के बीच विश्वास और सामंजस्य भी बहाल हुआ। दंपत्ति ने पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर का आभार व्यक्त किया और कहा कि पुलिस केवल कानून-व्यवस्था तक सीमित नहीं बल्कि परिवारों में सौहार्द और सामाजिक समरसता बहाल करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
यह कदम समाज में संदेश देता है कि संवाद और समझौते के माध्यम से पारिवारिक विवाद सुलझाए जा सकते हैं, जिससे टूटते परिवारों को बचाया जा सकता है।