प्रधानमंत्री आवास योजना ने दिलाई छत और सम्मान
79 वर्षीय पदमनी बाई, ग्राम तालदेवरी की निवासी हैं। पहले वह कच्चे मकान में रह रही थीं। पति की मौत के बाद उनकी हालत और भी खराब हो गई थी।
आशा की किरण बनी पीएम आवास योजना
2022 में उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत पक्का मकान मिला। पहली किश्त के रूप में ₹40,000 की राशि सीधे खाते में पहुंची। इससे उन्होंने मकान की नींव डाली।
सरकार की मदद से बना घर
मनरेगा से 90 दिन की मजदूरी भी मिली। बाद में ₹60,000 और ₹20,000 की किश्तें भी मिलीं। इस पैसे से उन्होंने पूरा पक्का मकान बनवाया।
योजनाएं बनीं सहारा
उन्हें वृद्धावस्था पेंशन और महतारी वंदन योजना का भी लाभ मिला। साथ ही प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना से गैस कनेक्शन भी मिला।
मिला सम्मान और आत्मनिर्भरता
अब पदमनी बाई खुश हैं। उन्हें छत, खाना पकाने की सुविधा और सम्मान मिला। वह बार-बार सरकार का धन्यवाद करती हैं।
प्रधानमंत्री आवास योजना जैसे प्रयास गरीबों के लिए उम्मीद की किरण हैं। यह सिर्फ घर नहीं देता, आत्मसम्मान भी लौटाता है।