पलामू में शिक्षक दंपत्ति लूट कांड का खुलासा, भतीजा ही निकला साजिशकर्ता
पलामू। जिले के हैदरनगर थाना क्षेत्र में शिक्षक दंपत्ति को बंधक बनाकर लूटपाट करने की घटना का पुलिस ने 27 दिनों के भीतर सफलतापूर्वक उद्भेदन कर लिया है। इस मामले में शिक्षक दंपत्ति के भतीजे नीरज कुमार (19) और उसके साथी ओमप्रकाश सिंह उर्फ दीपक सिंह उर्फ दीपू (22) को गिरफ्तार किया गया है। दोनों आरोपी कुकही गांव के निवासी हैं।
चाची की डांट बनी वारदात की वजह
पुलिस अधीक्षक रीष्मा रमेशन ने गुरुवार को प्रेस वार्ता में बताया कि आरोपी नीरज कुमार अपनी चाची अनिता देवी की लगातार डांट-फटकार और नशेड़ी कहे जाने से नाराज था। 20 नवंबर को सार्वजनिक रूप से फटकार लगाए जाने के बाद वह अत्यधिक आक्रोशित हो गया और उसने अपने चाचा-चाची को “सबक सिखाने” की योजना बना ली।
छह लोगों ने मिलकर की लूट
नीरज ने अपने साथी ओमप्रकाश से घटना की बात कही, लेकिन शुरुआत में वह तैयार नहीं हुआ। इसी दौरान ओमप्रकाश का दोस्त विक्की कुमार, जो पहले से आपराधिक मामलों में संलिप्त था, गांव आया। विक्की को योजना में शामिल कर बताया गया कि ओमप्रकाश की बेटी की शादी होने वाली है और लूट से नगद व जेवर मिल सकते हैं।
इसके बाद नीरज, ओमप्रकाश, विक्की समेत छह लोग 20 नवंबर की रात शिक्षक मृत्युंजय मेहता के घर में घुसे, दंपत्ति को बंधक बनाया, मारपीट की और लूटपाट कर फरार हो गए।
बरामदगी और अन्य आरोपियों की तलाश
जांच के दौरान 17 दिसंबर को नीरज कुमार को गिरफ्तार किया गया। उसकी निशानदेही पर उसके घर से लूटा गया एक मोबाइल फोन बरामद हुआ। इसके बाद ओमप्रकाश को पकड़ा गया, जिसके घर से एक देशी कट्टा और दो जिंदा कारतूस बरामद किए गए।
घटना में शामिल तीसरा आरोपी विक्की कुमार को औरंगाबाद पुलिस पहले ही एक अन्य मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। पुलिस उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। वहीं तीन अन्य आरोपियों की तलाश में छापेमारी जारी है।
एसआईटी ने निभाई अहम भूमिका
इस मामले के उद्भेदन के लिए हुसैनाबाद एसडीपीओ एस. मोहम्मद याकूब के नेतृत्व में विशेष जांच टीम (SIT) गठित की गई थी, जिसमें कई थानों के अधिकारी शामिल थे। पुलिस को उम्मीद है कि विक्की से पूछताछ के बाद लूटी गई ज्वेलरी और नकदी की बरामदगी भी जल्द होगी।




