पंचनद धाम में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब
पंचनद धाम कार्तिक पूर्णिमा पर मंगलवार को श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला। भोर से ही लाखों श्रद्धालु पंचनद संगम तट पर जुटे और पवित्र स्नान कर पुण्य अर्जित किया। चारों दिशाओं में “हर-हर गंगे” के जयघोष से पूरा वातावरण गूंज उठा।
स्नान और दीपदान से आलोकित हुआ संगम
स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने भगवान विष्णु और शिवजी की पूजा-अर्चना की। शाम को यमुना आरती और दीपदान का भव्य आयोजन हुआ। हजारों दीपों से पंचनद तट जगमगा उठा। मान्यता है कि पंचनद धाम कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
सुरक्षा और व्यवस्था रही कड़ी
धार्मिक आयोजन के दौरान प्रशासन और पुलिस पूरी तरह सतर्क रही। घाटों पर गोताखोर, एनडीआरएफ और स्वास्थ्य विभाग की टीमें तैनात रहीं। श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए सफाई और दिशा-निर्देश की व्यवस्था की गई।
भक्ति और उल्लास का अनोखा संगम
पूरा पंचनद धाम कार्तिक पूर्णिमा पर्व भक्ति, आस्था और उल्लास से सराबोर रहा। श्रद्धालुओं ने दीपदान कर विश्व शांति, समृद्धि और परिवार की मंगल कामना की। यमुना तट की झिलमिल रोशनी ने इस पवित्र पर्व को और भी दिव्य बना दिया।
कार्तिक पूर्णिमा का महत्व
माना जाता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन पंचनद जैसे पवित्र संगम में स्नान करने से आत्मा शुद्ध होती है। यह पर्व श्रद्धा और आध्यात्मिकता का प्रतीक है, जो हर वर्ष भक्तों के लिए आस्था का महापर्व बनकर आता है।




