🧑✈️ आरोपी की पहचान:
- नाम: सुमित आहूजा
- निवास: 8 मरला, पानीपत
- मुख्य आरोप: खुद को पंचकूला इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो का डीएसपी बताकर ठगी
📌 मुख्य आरोप:
- सिक्योरिटी एजेंसी संचालक से 15 लाख की ठगी का मामला
- अब तक 11.50 लाख रुपए ले चुका था
- पंजाब यूनिवर्सिटी में फर्जी टेंडर दिलवाने का झांसा
- अलग-अलग किराए के मकानों में रहकर पहचान छिपाता था
🕵️♂️ ठगी का तरीका:
- एक कार सर्विस स्टेशन पर हुई मुलाकात के बाद
- खुद को डीएसपी बताकर भरोसे में लिया
- मोबाइल नंबर शेयर किया और बार-बार संपर्क बनाए रखा
- सरकारी टेंडर का लालच देकर धीरे-धीरे मोटी रकम ठग ली
🔍 अन्य खुलासे:
- करनाल में विदेश भेजने के नाम पर भी ठगी कबूल
- पानीपत व करनाल में कई पीड़ित सामने आ सकते हैं
- आरोपी के विवादास्पद इतिहास की जांच जारी
👮 पुलिस की कार्रवाई:
- डीएसपी सतीश वत्स ने मामले की पुष्टि की
- आरोपी को कोर्ट में पेश कर आगे की कार्रवाई शुरू
- पुलिस अन्य ठगी के मामलों की जांच भी कर रही है
👤 पीड़ित की जुबानी (अमित शर्मा):
“मैं असंध रोड पर सिक्योरिटी सर्विस चलाता हूं। सुमित ने खुद को डीएसपी बताया और भरोसे में लेकर टेंडर दिलवाने का झांसा दिया। पहले तो मैंने भरोसा किया, फिर जब शक हुआ तो पुलिस के पास गया।”
🔔 निष्कर्ष:
यह घटना एक बार फिर चेताती है कि सरकारी पदों के नाम पर ठगी करने वाले शातिर अपराधी किस तरह आम लोगों को निशाना बना रहे हैं। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और अन्य मामलों की भी परतें खुलने की संभावना है।