संसद हमले की बरसी पर देश का नमन
शनिवार को संसद हमले की बरसी पर देश ने वीर बलिदानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मंत्रियों ने शहीदों का स्मरण किया।
शीर्ष नेतृत्व की भावुक श्रद्धांजलि
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने शहीदों के साहस और कर्तव्यनिष्ठा को नमन किया।
उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत की प्रतिबद्धता दोहराई।
13 दिसंबर 2001 की घटना
संसद हमले की बरसी 13 दिसंबर 2001 की कायरतापूर्ण आतंकी घटना को याद कराती है।
आतंकियों ने संसद भवन पर हमला किया था।
सुरक्षाकर्मियों की अदम्य वीरता
भारतीय सुरक्षाकर्मियों ने जान की बाजी लगाकर आतंकियों के मंसूबे नाकाम किए।
सभी आतंकी मौके पर ही मार गिराए गए।
सर्वोच्च बलिदान की गाथा
इस हमले में दिल्ली पुलिस के पांच जवान शहीद हुए।
एक महिला कांस्टेबल और दो सुरक्षा गार्डों ने भी बलिदान दिया।
प्रधानमंत्री और उपराष्ट्रपति का संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उपराष्ट्रपति ने शहीदों को श्रद्धापूर्वक नमन किया।
उन्होंने लोकतंत्र की रक्षा में उनके योगदान को सराहा।
रक्षा मंत्री का संकल्प
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शहीदों को लोकतंत्र की ढाल बताया।
उन्होंने उनके साहस को देश की चेतना में अमर बताया।
गृह मंत्री का कड़ा संदेश
संसद हमले की बरसी पर गृह मंत्री अमित शाह ने सुरक्षा बलों की वीरता सराही।
उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत के दृढ़ संकल्प को दोहराया।
आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा
यह संसद हमले की बरसी साहस, त्याग और कर्तव्य का संदेश देती है।
शहीदों का बलिदान देश को सदैव प्रेरित करता रहेगा।




