पार्वती नदी हादसा
कोटा जिले के खातोली थाना क्षेत्र में पार्वती नदी में सोमवार को सात किशोर नहाने उतरे। तेज बहाव के कारण चार किशोर डूब गए। यह पार्वती नदी हादसा इलाके में चिंता और शोक की वजह बना।
घटना की जानकारी
22 सितंबर को दोपहर लगभग 12 बजे अशफाक (17) नदी के तेज बहाव में बह गया। उसे बचाने के प्रयास में मोहित सुमन (18), सोनू सुमन (17) और आयुष गुर्जर (16) भी डूब गए।
रेस्क्यू अभियान
सूचना मिलते ही एएसआई बृजमोहन पांडे और ग्रामीण तलाश में जुट गए। करीब ढाई घंटे बाद आयुष का शव बरामद हुआ। सोमवार रात अंधेरे के कारण एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम तलाशी अभियान रोकने को मजबूर हुई।
शव बरामदगी
मंगलवार सुबह कोटा ग्रामीण एएसपी रामकल्याण मीना के निर्देशन में सर्च ऑपरेशन फिर शुरू हुआ। दोपहर तक तीनों अन्य किशोरों के शव नदी से डेढ़ किलोमीटर दूर मिले।
बहादुरी का उदाहरण
हादसे के दौरान 13 वर्षीय विक्रम सुमन ने दो दोस्तों अभिषेक और धर्मराज को अपनी तौलिया की मदद से डूबने से बचाया। हालांकि, उसके भाई मोहित समेत चार दोस्त इस हादसे में नहीं बच पाए।
निष्कर्ष
यह पार्वती नदी हादसा सुरक्षा उपायों की आवश्यकता को उजागर करता है। स्थानीय प्रशासन और रेस्क्यू दल की सतत कोशिशों के बावजूद यह घटना एक बड़े नुकसान में बदल गई।