नई दिल्ली, 18 जून (हि.स.) – साहित्य अकादमी ने वर्ष 2025 के युवा पुरस्कार और बाल साहित्य पुरस्कार की घोषणा कर दी है। हिंदी भाषा में युवा पुरस्कार का सम्मान पार्वती तिर्की को उनके कविता-संग्रह ‘फिर उगना’ के लिए मिला है। वहीं, बाल साहित्य में हिंदी के लिए सुशील शुक्ल की पुस्तक ‘एक बटे बारह’ को पुरस्कृत किया गया है।
साहित्य अकादमी की कार्यकारी समिति ने कुल 23 युवा लेखकों और 24 बाल साहित्यकारों को यह पुरस्कार प्रदान करने की मंजूरी दी। प्रत्येक पुरस्कार में 50,000 रुपये की सम्मान राशि और एक उत्कीर्ण ताम्रफलक प्रदान किया जाएगा।
प्रमुख विजेता (हिंदी और अन्य भाषाएँ):
- अंग्रेज़ी: अद्वैत कोट्टरी – सिद्धार्थ: द ब्वाय हू बिकेम द बुद्ध
- पंजाबी: मनदीप औलख – गर्ल्स हॉस्टल
- उर्दू: नेहा रुबाब – मज़हरुल हक़: तारीख-ए-आज़ादी-ए-हिंद
- मैथिली: नेहा झा मणि – बनारस आ हम
- मराठी: प्रदीप कोकरे – खोल खोल दुष्काल डोले
बाल साहित्य में भी कई युवा लेखकों ने अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराई।
- अंग्रेज़ी: नितिन कुशलप्पा – साउथ इंडियन मिथ्स एंड फैब्लस रीटोल्ड
- उर्दू: ग़ज़नफ़र इक़बाल – क़ौमी सितारे
डोगरी भाषा का युवा पुरस्कार बाद में घोषित किया जाएगा।
📌 यह पुरस्कार भारतीय भाषाओं के युवा और बाल साहित्यकारों को मंच देने की दिशा में एक अहम कदम है, जो भारतीय साहित्य को नई पीढ़ी में जीवंत बनाए रखने में योगदान देता है।