पश्चिम मेदिनीपुर, 05 नवम्बर (हि.स.)। कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर बुधवार तड़के पश्चिम मेदिनीपुर जिले में पंचव्रत रास पूर्णिमा का पर्व श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया। इस विशेष दिन पर जिले की प्रमुख नदियों — सुवर्णरेखा, कसाई और मोहनपुर नदी के घाटों पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
स्नान, दीपदान और पूजा-अर्चना
भोर होते ही श्रद्धालुओं ने पवित्र नदियों में स्नान किया और दान, दीपदान तथा भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना की। पौराणिक मान्यता के अनुसार, पंचव्रत रास पूर्णिमा के दिन स्नान करने से पापों का नाश और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
महिलाओं ने पंचव्रत का पालन करते हुए देवी लक्ष्मी, तुलसी माता और श्रीकृष्ण की पूजा की, जबकि पुरुषों ने परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की। घाटों पर भजन-कीर्तन और रास उत्सव का आयोजन हुआ।
दिव्यता में नहाया पूरा क्षेत्र
सुवर्णरेखा नदी तट पर राधा-कृष्ण की झांकी और रासलीला का मंचन हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। कसाई और मोहनपुर घाटों पर दीपों की पंक्तियाँ, प्रसाद वितरण और भक्तिगीतों से वातावरण गूंज उठा।
सुरक्षा और व्यवस्था के कड़े इंतज़ाम
स्थानीय प्रशासन और स्वयंसेवी संगठनों ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष इंतज़ाम किए। पुलिस और सिविल डिफेंस कर्मी सुबह से ही घाटों पर तैनात रहे ताकि किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो।
भक्ति और आनंद का माहौल
त्योहार के अवसर पर पूरे जिले में भक्ति, उल्लास और दिव्यता का वातावरण व्याप्त रहा। नदी तटों पर दीपों की रौशनी और भजनों की गूंज से पश्चिम मेदिनीपुर पूरी तरह आस्था के रंग में रंग गया।




