पौड़ी गढ़वाल की महिला कृषक रोशमा देवी बनी प्रेरणा
पौड़ी गढ़वाल, 3 सितंबर (हि.स.)। ग्राम डुंगरी की रहने वाली रोशमा देवी ने मेहनत, लगन और आत्मविश्वास के दम पर सफलता की मिसाल पेश की। एक साधारण कृषक परिवार में जन्मीं रोशमा ने खेती और पशुपालन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य किया। उनके योगदान को देखते हुए उन्हें वर्ष 2024-25 के लिए राज्य स्तरीय तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
कृषि और पशुपालन में उल्लेखनीय योगदान
रोशमा देवी पिछले 15 वर्षों से सब्ज़ी उत्पादन, पहाड़ी अनाज, तिलहन, दलहन और डेयरी में सक्रिय हैं। उनके पास जर्सी, बद्री और एचएफ नस्ल की गायें हैं, जिससे प्रतिदिन 30-35 लीटर दूध का उत्पादन होता है। इसके साथ ही पनीर और देसी घी का उत्पादन कर वे अतिरिक्त आय अर्जित कर रही हैं। सब्ज़ियों में आलू, प्याज, मटर, बीन्स, शिमला मिर्च, टमाटर, भिंडी आदि उगाती हैं।
इस वर्ष उन्होंने जैविक आलू का 8 क्विंटल उत्पादन कर लगभग ₹20,000 का लाभ कमाया। साथ ही मसूर, सोयाबीन और तूर दाल की खेती से आर्थिक स्थिरता बनाई। तिलहन उत्पादन में 2 क्विंटल सरसों से घरेलू और व्यावसायिक लाभ भी हासिल हुआ।
समाज में प्रेरक योगदान
रोशमा देवी जय माँ लक्ष्मी महिला समूह और माँ बालमातेश्वरी मधुरस संस्था के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को आधुनिक कृषि तकनीक अपनाने के लिए प्रेरित कर रही हैं। उनके नेतृत्व में मनरेगा के तहत 1200 पौधों का रोपण भी हुआ।
पुरस्कार और मान्यता
उन्हें उद्यान विभाग, ग्रामीण रोजगार प्रशिक्षण संस्थान और राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रमों में भी सम्मानित किया गया। जिला कार्यक्रम अधिकारी देवेन्द्र थपलियाल ने बताया कि रोशमा की उपलब्धि अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा बनेगी।