📍 रायपुर, 9 जून (हि.स.)।
धमधा विकासखण्ड के सरकारी हाई स्कूलों में वर्षों से चली आ रही शिक्षक कमी अब दूर हो गई है। दुर्ग जिले के चार ग्रामीण स्कूलों — सिलितरा, बिरेझर, दनिया और पुरदा — में हाल ही में शिक्षा विभाग द्वारा युक्तियुक्तकरण के तहत व्याख्याताओं की नियुक्ति की गई है, जिससे शिक्षा का माहौल फिर से जीवित हो गया है।
📝 नियुक्ति का असर:
- सिलितरा, बिरेझर और दनिया में चार-चार व्याख्याता, पुरदा में तीन व्याख्याता नियुक्त
- विज्ञान, गणित और अंग्रेजी जैसे महत्वपूर्ण विषयों की पढ़ाई पुनः शुरू
- कक्षा 9वीं और 10वीं के छात्रों को बेहतर मार्गदर्शन मिलने लगा
👩🎓 छात्र अनुभव:
कक्षा 9वीं के छात्र रोहित साहू कहते हैं, “पहले पढ़ाई में रुचि कम थी, अब हर विषय के लिए अलग शिक्षक हैं, पढ़ाई में मन लगने लगा है।”
📚 स्कूल प्रशासन और स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया:
- सिलितरा स्कूल के प्रभारी प्रधान पाठक ने बताया कि शिक्षकों की कमी से पढ़ाई प्रभावित हो रही थी, लेकिन युक्तियुक्तकरण से शिक्षा का स्तर सुधरा है।
- ग्राम पंचायत के सरपंच ने छत्तीसगढ़ शासन की इस पहल का स्वागत किया और इसे बच्चों के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण बताया।
🏫 अन्य स्कूलों में सुधार:
- शासकीय हाई स्कूल पेन्ड्री में एक व्याख्याता से तीन व्याख्याताओं की संख्या बढ़ी, जिससे शैक्षणिक माहौल बेहतर हुआ।
👨🏫 नव नियुक्त शिक्षक भी ग्रामीण शिक्षा में सेवा देने को उत्साहित हैं और बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
✨ युक्तियुक्तकरण की यह पहल धमधा ब्लॉक के ग्रामीण स्कूलों के लिए सकारात्मक बदलाव का संकेत है, जो शिक्षा की गुणवत्ता और छात्रों के भविष्य को बेहतर बनाने में मददगार साबित हो रही है।




