नई दिल्ली, 12 अप्रैल (हि.स.)। पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित वनजीवी दरिपल्ली रामैया का शनिवार को तेलंगाना के खम्मम जिले में निधन हो गया। रेड्डीपल्ली गांव में स्थित उनके घर पर उन्हें दिल का दौरा पड़ा। वह 87 वर्ष के थे। उन्होंने अपने जीवनकाल में एक करोड़ से अधिक पौधे लगाए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दरिपल्ली रामैया के निधन पर शोक व्यक्त किया। मोदी ने उन्हें स्थिरता के हिमायती के रूप में याद किया, जिन्होंने अपना जीवन लाखों पेड़ लगाने और उनकी रक्षा करने में समर्पित कर दिया।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “दरिपल्ली रामैया गारू को स्थिरता के चैंपियन के रूप में याद किया जाएगा। उन्होंने अपना जीवन लाखों पेड़ लगाने और उनकी रक्षा करने के लिए समर्पित कर दिया। उनके अथक प्रयासों में प्रकृति के प्रति गहरा प्रेम और भावी पीढ़ियों की देखभाल झलकती है। उनका काम हमारे युवाओं को हरित ग्रह बनाने के उनके प्रयास में प्रेरित करता रहेगा। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं।”
उल्लेखनीय है कि दरिपल्ली रामैया, जिन्हें हरित योद्धा, चेट्टू (वृक्ष) रामैया या खम्मम जिले में वनजीवी के नाम से जाना जाता है को पिछले कई दशकों में एक करोड़ से अधिक पौधे लगाने के लिए 2017 में पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया।