प्रधानमंत्री ने संस्कृत सुभाषित साझा कर आत्मिक बल के गुणों पर दिया संदेश
नई दिल्ली, 18 दिसंबर (हि.स.)।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जीवन में सद्गुणों और नैतिक मूल्यों के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा है कि धर्म, सत्य, न्याय, कार्यकुशलता और मधुर व्यवहार जैसे गुण व्यक्ति को आंतरिक शक्ति प्रदान करते हैं और उसे कभी निराश नहीं होने देते।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर एक संस्कृत सुभाषित साझा करते हुए कहा कि जो व्यक्ति अपने कर्तव्यों के प्रति निष्ठावान होता है, नैतिक मूल्यों का पालन करता है और अपने कार्य में दक्ष रहता है, वह जीवन की कठिन परिस्थितियों में भी संतुलन बनाए रखता है।
उन्होंने कहा कि शिष्ट और विनम्र व्यवहार न केवल समाज में व्यक्ति की प्रतिष्ठा बढ़ाता है, बल्कि उसे मानसिक स्थिरता और आत्मिक बल भी प्रदान करता है। ऐसे गुण मनुष्य को विपरीत परिस्थितियों में भी सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखने में सहायता करते हैं।
प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में यह भी संकेत दिया कि आत्मिक शक्ति बाहरी परिस्थितियों पर निर्भर नहीं करती, बल्कि व्यक्ति के आचरण, विचार और मूल्य ही उसकी वास्तविक ताकत होते हैं। उन्होंने नागरिकों से सद्गुणों को जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने का आह्वान किया।




