🧠 प्रधानमंत्री मोदी का कल्याणकारी संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समाज सेवा और सकारात्मक सोच को राष्ट्र निर्माण की नींव बताते हुए कहा है कि केवल कल्याणकारी विचारों से ही समाज का सच्चा हित संभव है। उन्होंने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक प्रेरणादायक संदेश साझा किया।
प्रधानमंत्री ने लिखा —
“कल्याणकारी विचारों से ही हम समाज का हित कर सकते हैं।”
इसके साथ उन्होंने महाभारत से लिया गया एक महत्वपूर्ण श्लोक भी उद्धृत किया:
“यथा यथा हि पुरुषः कल्याणे कुरुते मनः।
तथा तथाऽस्य सर्वार्थाः सिद्ध्यन्ते नात्र संशयः॥”
📜 श्लोक का भावार्थ
इसका अर्थ है कि जैसे-जैसे व्यक्ति अपने मन को कल्याणकारी कार्यों में लगाता है, वैसे-वैसे उसके सभी उद्देश्य सफल होते जाते हैं। इसमें कोई संदेह नहीं।
🌍 समाज के लिए प्रेरक संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने इस श्लोक के माध्यम से यह स्पष्ट किया कि सकारात्मक सोच और समाजहित की भावना न केवल व्यक्ति को आगे बढ़ाती है, बल्कि पूरे समाज को मजबूत बनाती है।
उन्होंने कहा कि जब नागरिक अपने कार्यों में परोपकार, सेवा और समर्पण को प्राथमिकता देते हैं, तो राष्ट्र की प्रगति स्वतः सुनिश्चित होती है।




