प्राग, 1 मार्च (हि.स.)। भारतीय ग्रैंडमास्टर आर. प्रज्ञानानंद ने शुक्रवार को प्राग मास्टर्स के तीसरे दौर में चेक गणराज्य के गुयेन थाई दाई वान के खिलाफ शानदार जीत दर्ज की। यह जीत उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण रही, क्योंकि पहले दो राउंड में उन्हें ड्रॉ से संतोष करना पड़ा था।
खेल निम्ज़ो-भारतीय रक्षा से शुरू हुआ, जिसमें प्रज्ञानानंद ने रणनीतिक बढ़त बनाई। 14वीं चाल में ही उन्हें निर्णायक बढ़त मिल गई, जिसके बाद उन्होंने आसानी से मैच पर नियंत्रण स्थापित कर लिया। हालांकि, बीच के कुछ क्षणों में थोड़े उतार-चढ़ाव आए, लेकिन परिणाम पर कोई संदेह नहीं था।
मध्य खेल में दाई वान रक्षात्मक स्थिति में थे, बावजूद इसके कि उनके पास अतिरिक्त मोहरा था।
भारतीय ग्रैंडमास्टर ने सूझबूझ और सटीकता से खेलते हुए स्थिति को अपने पक्ष में कर लिया। उन्होंने मामूली पीस के बदले रूक प्राप्त किया और अंततः तकनीकी उत्कृष्टता से जीत सुनिश्चित की।
मैच के बाद अपने प्रदर्शन पर बोलते हुए प्रज्ञानानंद ने कहा, “पहले राउंड में कुछ खास नहीं था, मेरी स्थिति अच्छी थी। लेकिन आज की जीत मेरे लिए महत्वपूर्ण थी और इससे मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है।”
इस जीत के साथ प्रज्ञानानंद टूर्नामेंट में मजबूती से आगे बढ़ रहे हैं और खिताब के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं।