🎵 ग्वालपारिया लोकगीतों की सम्राज्ञी को नमन
असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने शनिवार को ग्वालपारिया लोकगीतों की सम्राज्ञी प्रतिमा बरुवा पांडेय की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि प्रतिमा बरुवा पांडेय ने अपने लोकसंगीत के माध्यम से असम की सांस्कृतिक पहचान को न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में पहुंचाया।
🌸 असमिया संस्कृति की अमूल्य धरोहर
मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि गौरीपुर राजपरिवार से ताल्लुक रखने वाली प्रतिमा बरुवा पांडेय की सशक्त और भावपूर्ण आवाज असमिया लोकसंगीत की अमूल्य विरासत है। उनके द्वारा गाए गए ग्वालपारिया गीत आज भी लोगों के दिलों में जीवंत हैं।
उन्होंने कहा कि प्रतिमा बरुवा पांडेय की गायकी असम की संस्कृति का गौरव है और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनी रहेगी।
🏅 सम्मानों से विभूषित कलाकार
‘हस्ती की कन्या’ के नाम से प्रसिद्ध प्रतिमा बरुवा पांडेय को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए पद्मश्री और संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार जैसे प्रतिष्ठित राष्ट्रीय सम्मानों से सम्मानित किया गया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य उनकी पुण्यतिथि पर उनकी महान विरासत को नमन करता है और उन्हें गहन सम्मान के साथ याद करता है।
🌿 लोकसंगीत की अमर धरोहर
प्रतिमा बरुवा पांडेय ने लोकसंगीत को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। उनका योगदान असमिया पहचान का अभिन्न हिस्सा बना रहेगा और उनकी स्मृति सदैव जनमानस में जीवित रहेगी।




