राष्ट्रपति निकेतन और तपोवन बने आकर्षण का केंद्र
देहरादून, 27 अक्टूबर (हि.स.)। देहरादून में राष्ट्रपति निकेतन और राष्ट्रपति तपोवन के बाद अब “राष्ट्रपति उद्यान” का निर्माण कार्य तेजी से जारी है। 132 एकड़ में विकसित हो रहा यह उद्यान आने वाले वर्षों में जनता के लिए आकर्षण का बड़ा केंद्र बनने जा रहा है।
“राष्ट्र का भवन” की दिशा में बड़ा कदम
राष्ट्रपति सचिवालय की इस पहल के तहत “राष्ट्र का भवन” की परिकल्पना को साकार किया जा रहा है। राष्ट्रपति उद्यान को सुगम्यता, सततता और सामुदायिक सहभागिता के सिद्धांतों पर आधारित रखा गया है। इसमें थीम आधारित पुष्प उद्यान, तितली गृह, पक्षीशाला, झील, पैदल और साइकिल ट्रैक शामिल होंगे। यहां देश का दूसरा सबसे ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज स्तंभ भी स्थापित किया जा रहा है।
सांस्कृतिक सुविधाएं और नई पहचान
उद्यान में आठ सौ लोगों की क्षमता वाला मुक्ताकाशी रंगमंच, सार्वजनिक पुस्तकालय और फूड प्लाजा की भी सुविधा होगी। इसके अलावा हॉर्स राइडिंग एरीना को भी जनता के लिए खोला जा रहा है, जहां लोग प्रेजीडेंट्स बॉडीगार्ड के घोड़ों को करीब से देख सकेंगे।
फुट ओवर ब्रिज का निर्माण पूरा
राजपुर रोड पर आगंतुकों की सुरक्षा के लिए फुट ओवर ब्रिज बनाया गया है, जिसमें लिफ्ट की सुविधा भी दी गई है। 32 मीटर लंबे और चार मीटर चौड़े इस ब्रिज का निर्माण छह माह में पूरा हुआ है।
राष्ट्रपति की यात्रा में लोकार्पण की संभावना
राष्ट्रपति सचिवालय के जन संपर्क अधिकारी कुमार समरेश ने बताया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की प्रस्तावित देहरादून यात्रा के दौरान हॉर्स राइडिंग एरीना और फुट ओवर ब्रिज का लोकार्पण संभव है।
उन्होंने बताया कि अब तक राष्ट्रपति निकेतन में 4,753 और राष्ट्रपति तपोवन में 15,567 लोग भ्रमण कर चुके हैं, जबकि निर्माणाधीन राष्ट्रपति उद्यान में प्रतिवर्ष लगभग 20 लाख पर्यटकों के आने का अनुमान है।




