📍 रोहतक, 13 जून (हि.स.) — उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि प्राथमिक शिक्षक एक बच्चे के जीवन की नींव रखते हैं और उनके सर्वांगीण विकास में अहम भूमिका निभाते हैं। शुक्रवार को वे राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, भिवानी रोड में आयोजित बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मकता प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन अवसर पर बोल रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने प्रशिक्षण पूर्ण करने वाले शिक्षकों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए और निपुण रोहतक पत्रिका का डिजिटल विमोचन किया।
🗣️ प्राथमिक ज्ञान, जीवनभर उपयोगी
उपायुक्त ने कहा कि प्राथमिक कक्षाओं में सिखाए गए कौशल जैसे पढ़ना, लिखना, गणित, और सही उच्चारण जीवनभर उपयोगी रहते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों के माइंडसेट को आकार देने, भाषा कौशल और लेखन क्षमता को निखारने का श्रेय प्राथमिक शिक्षकों को जाता है।
🏫 शिक्षा व्यवस्था की रीढ़
धर्मेंद्र सिंह ने शिक्षकों को शिक्षा व्यवस्था की रीढ़ बताया और कहा कि वे ही राष्ट्र के उज्जवल भविष्य के असली निर्माता हैं। उनके द्वारा डाले गए मूल्यों और ज्ञान का प्रभाव बच्चों के पूरे जीवन पर पड़ता है।
🎓 समारोह की मुख्य झलकियां
- बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मकता विषय पर 5 दिवसीय प्रशिक्षण का समापन
- निपुण रोहतक पत्रिका का डिजिटल विमोचन
- प्रशिक्षित शिक्षकों को प्रमाण पत्र प्रदान
- शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी कई गणमान्य हस्तियों की उपस्थिति
👥 उपस्थित गणमान्य व्यक्ति:
जिला शिक्षा अधिकारी मनजीत मलिक, दिलजीत सिंह, राजबाला, बिजेंद्र हुड्डा, तुषार, जय भगवान, सुंदरलाल, रजनी, सुनीता अहलावत, सुरेंद्र दहिया, सुरेंद्र मोर, राजीव दलाल, सुनील खोखर, शमशेर और पूनम सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे।