🇷🇺 Putin तैयार, लेकिन शर्त रखी
रूसी राष्ट्रपति Putin शांति वार्ता के लिए तैयार हैं, लेकिन उन्होंने स्पष्ट शर्त रखी है:
- यूक्रेन को छोड़ना होगा चार क्षेत्रों में रूसी कब्जा,
- और NATO से जुड़ने का सपना छोड़ना होगा।
यह शर्त बातचीत की पहली कीमत बन गयी है।
🕊️ क्या माना जा रहा है वार्ता का मौका?
- प्रवक्ता पेस्कोव ने कहा कि वार्ता “समझौते के लिए ज़रूरी” हैं,
- जबकि पुतिन की शर्तों के बिना कोई प्रगति मुश्किल दिख रही है।
- Zelenskiy ने इन शर्तों को स्वीकार नहीं किया, और Kyiv ने तुरंत शांति प्रस्ताव भेजा।
🧭 हालिया वार्ताओं का ब्यौरा
- Istanbul में दो दौर में नकद प्रगति: कैदी बिनिमय पर सहमति बनी, तीनतरफा ceasefire तय नहीं हो पाया।
- अमेरिका के Trump–जवाब में sanctions की धमकी में शामिल है।
🔍 शांति के रास्ते में सबसे बड़ी बाधा
मुद्दा | विवरण |
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🏳️ शर्तें | पुतिन की शर्तें—क्षेत्र वापसी और NATO न-प्रवेश |
🤝 Ukraine की मांग | सम्प्रभुता, सीमाओं की बहाली, युद्ध अपराधों का हिसाब |
🌍 पश्चिम की भूमिका | यूरोपीय और अमेरिकी दबाव शांति वार्ता को प्रभावी बनाता |
📌 निष्कर्ष
Peace talks condition ने शांति वार्ता हासिल करना आसान नहीं किया है।
दोनों ही पक्षों की जिद और शर्तें शांति प्रक्रिया को दवाब में डाल रही हैं।
अभी तक भविष्य अनिश्चित दिखता है—लेकिन शांति के लिए यह संभवतया आखिरी विकट मोड़ हो सकता है।