📍 रायगढ़, 13 जून (हि.स.) — प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के प्रभावी क्रियान्वयन में छत्तीसगढ़ का रायगढ़ जिला प्रदेश में अग्रणी बनकर उभरा है। कभी अस्थायी झोपड़ियों में जीवन बिताने वाले हजारों परिवारों को अब स्थायित्व, सम्मान और सुरक्षित आवास की सौगात मिली है। वर्ष 2024-25 में 20,067 मकानों का निर्माण कार्य पूरा कर रायगढ़ ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है।
🏠 गरीबों के सपनों को मिला ठिकाना
प्रधानमंत्री आवास योजना का उद्देश्य प्रत्येक व्यक्ति को सम्मानपूर्वक रहने के लिए पक्का आवास उपलब्ध कराना है। रायगढ़ प्रशासन ने इस लक्ष्य को मिशन मोड में अपनाकर ज़मीनी हकीकत में बदला है। कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी और जिला पंचायत सीईओ जितेन्द्र यादव के नेतृत्व में यह कार्य अभियान रूप में चला, जिसके परिणामस्वरूप हजारों परिवारों को सशक्त और सुरक्षित जीवन मिला।
📊 उपलब्धियों की झलक:
- 52,226 मकानों को स्वीकृति
- 40,152 मकानों की प्लिंथ लेवल जियो टैगिंग पूर्ण
- 38,446 हितग्राहियों को दूसरी किश्त जारी
- अब तक 20,067 मकानों का निर्माण कार्य पूर्ण
🛠️ मिशन मोड में टीम वर्क का नतीजा
सीईओ जितेन्द्र यादव के अनुसार इस सफलता का श्रेय नियमित फील्ड विजिट, हितग्राहियों से संवाद, समस्याओं का त्वरित समाधान, तथा निर्माण संबंधी मार्गदर्शन को जाता है। समय पर किश्तों का भुगतान और तकनीकी सहयोग से हितग्राही लगातार प्रेरित होते रहे।
👨👩👧👦 लाभार्थियों की ज़िंदगी में बदलाव
स्थायी आवास मिलने से न सिर्फ बारिश, गर्मी और असुरक्षा से राहत मिली, बल्कि बच्चों की शिक्षा, परिवार की प्रतिष्ठा, और स्वास्थ्य सुविधाओं में भी सुधार देखा गया है। कई हितग्राहियों ने भावुक होकर बताया कि उनका सपना साकार हुआ है।
🌟 प्रदेश के लिए प्रेरणा बना रायगढ़
रायगढ़ की यह उपलब्धि प्रदेश के अन्य जिलों के लिए प्रेरणास्त्रोत है। यह साबित करता है कि यदि प्रशासन और जनता एकजुट होकर कार्य करें, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं।