🔥 राजस्थान में अग्निकांडों का साल रहा 2025
वर्ष 2025 राजस्थान के लिए अग्निकांडों की त्रासदी के रूप में दर्ज हो गया। जयपुर–अजमेर हाईवे के भांकरोटा टैंकर हादसे की पीड़ा से उबर भी नहीं पाया था कि प्रदेश में एक के बाद एक आगजनी की घटनाओं ने लोगों को झकझोर कर रख दिया। पूरे साल में अलग-अलग दुर्घटनाओं में कुल 56 लोगों की जान चली गई।
📅 अक्टूबर बना सबसे भयावह महीना
अक्टूबर 2025 आगजनी के लिहाज से सबसे काला महीना रहा। इसी महीने की तीन बड़ी घटनाओं में 40 लोगों की मौत हुई।
5 अक्टूबर – SMS अस्पताल, जयपुर: आईसीयू में शॉर्ट सर्किट से आग, 9 मरीजों की मौत।
7 अक्टूबर – दूदू हाईवे: एलपीजी सिलेंडर ट्रक में आग, 2 लोगों की मौत।
14 अक्टूबर – जैसलमेर बस हादसा: निजी एसी बस में आग, 29 यात्रियों की जिंदा जलकर मौत।
🚨 सालभर की अन्य बड़ी आगजनी
अजमेर होटल अग्निकांड – 4 मौतें
अलवर एक्सप्रेसवे – 3 मौतें
हनुमानगढ़ फैक्ट्री – 2 मजदूरों की मौत
बाड़मेर, उदयपुर, जालौर व जयपुर हाईवे पर हुए हादसों में कई लोग मारे गए
⚠️ सिस्टम पर उठे सवाल
इन घटनाओं ने अस्पतालों, हाईवे सुरक्षा, औद्योगिक इकाइयों और अग्निशमन व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किए। कई हादसों के बाद नियमों में बदलाव हुए, लेकिन तब तक दर्जनों जिंदगियां जा चुकी थीं।
🕯️ काला अध्याय बन गया 2025
राजस्थान के लिए 2025 आग और मातम का साल बन गया। यह वर्ष प्रशासन और समाज दोनों के लिए चेतावनी है कि सुरक्षा में लापरवाही की कीमत जान से चुकानी पड़ती है।




