🛕 अयोध्या में ऐतिहासिक दिन
भगवान श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा की दूसरी वर्षगांठ पर प्रतिष्ठा द्वादशी के पावन अवसर पर बुधवार को रामनगरी अयोध्या भक्ति और श्रद्धा से सराबोर हो गई। इस ऐतिहासिक दिन पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विशेष रूप से अयोध्या पहुंचे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सबसे पहले हनुमानगढ़ी में दर्शन-पूजन किया, इसके बाद वे श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र में आयोजित मुख्य समारोह में भाग लेने पहुंचे।
🚩 रामलला के दर्शन और ध्वजारोहण
राजनाथ सिंह राम मंदिर परिसर में रामलला के दर्शन-पूजन करेंगे और मां अन्नपूर्णा मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण भी करेंगे। इसके बाद वे मंदिर में चल रहे विशेष वैदिक अनुष्ठानों, यज्ञ और पूजन में सक्रिय रूप से भाग लेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों और आयोजनों में उपस्थित रहेंगे।
📜 प्रतिष्ठा द्वादशी का धार्मिक महत्व
श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा मूल रूप से 22 जनवरी 2024 को पौष शुक्ल द्वादशी के दिन हुई थी। इसी तिथि को हर वर्ष प्रतिष्ठा द्वादशी के रूप में मनाया जाता है, जो इस वर्ष 31 दिसंबर 2025 को पड़ी है।
🎶 राममय हुआ मंदिर परिसर
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा 27 दिसंबर से शुरू हुए पांच दिवसीय महोत्सव का आज मुख्य दिन है।
राम मंदिर परिसर में—
- रामचरितमानस का संगीतमय पाठ
- रामकथा प्रवचन
- भजन-कीर्तन
- सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ
लगातार चल रही हैं। अंगद टीला पर भव्य पंडालों में हजारों श्रद्धालु इस उत्सव के साक्षी बन रहे हैं।
🔱 जगद्गुरु मध्वाचार्य की देखरेख में अनुष्ठान
ट्रस्ट के अनुसार, सभी धार्मिक अनुष्ठान जगद्गुरु मध्वाचार्य जी की देखरेख में संपन्न किए जा रहे हैं। देश-विदेश से आए संत-महात्मा, धर्माचार्य और श्रद्धालु इस पावन अवसर पर अयोध्या में उपस्थित हैं।




