बलरामपुर, 3 अक्टूबर।
छत्तीसगढ़ के रामानुजगंज में विजयादशमी के पावन अवसर पर गुरुवार को हाई स्कूल ग्राउंड में भव्य रावण दहन कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन सागर मोती फाउंडेशन के रमन अग्रवाल की ओर से किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में स्वामी परमात्मानंद गिरी, पूर्व अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ संस्कृत बोर्ड और विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय पदाधिकारी उपस्थित रहे।
इस वर्ष सूरजपुर जिले के बंगाली समाज द्वारा 65 फीट ऊंचे विशालकाय रावण की प्रतिमा तैयार की गई थी। आधुनिक तकनीक और मजबूत सामग्री से बने इस पुतले ने दर्शकों का ध्यान अपनी ओर खींचा।
स्वामी परमात्मानंद गिरी ने विधिवत पूजा अर्चना कर रावण दहन कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि विजयादशमी असत्य पर सत्य और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। यह पर्व समाज में एकजुट होकर सही मार्ग पर चलने का संदेश देता है।
शाम के समय रावण दहन शुरू होते ही हजारों लोग उत्साह में झूम उठे। रंग-बिरंगी रोशनी और आतिशबाजी के धमाकों ने हाई स्कूल ग्राउंड को जगमगा दिया। बच्चों और युवाओं में कार्यक्रम को लेकर खासा उत्साह देखा गया।
प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से कड़ी व्यवस्था की थी, जिससे भीड़ में किसी तरह की अनहोनी नहीं हुई। आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में लोग इस भव्य रावण दहन कार्यक्रम को देखने पहुंचे।
इस आयोजन ने रामानुजगंज में परंपरा और आधुनिकता का अद्भुत संगम पेश किया और विजयादशमी पर्व को यादगार बना दिया।