शिमला, 2 मार्च (हि.स.)। जिला शिमला के रामपुर थाना क्षेत्र में जंगल में आग लगाने की घटना को लेकर स्थानीय पुलिस ने एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
वन परिक्षेत्र अधिकारी आयुष गुप्ता की लिखित शिकायत पर पुलिस थाना रामपुर में भारतीय न्याय संहिता की धारा 287 बीएनएस और भारतीय वन अधिनियम की धारा 33(1) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि 19 फरवरी को शरारती तत्वों ने जानबूझकर जंगल में आग लगा दी जिससे वन क्षेत्र की कई मूल्यवान पौधें और वृक्ष पूरी तरह जलकर राख हो गए। यह घटना जिला शिमला के रामपुर उपमंडल के अंतर्गत आने वाले उरमन गांव में हुई। पुलिस के अनुसार इस मामले में आरोपी सुरजीत सिंह पुत्र सुनील कुमार, निवासी गांव उरमन, डाकघर मुनीश बहली, तहसील रामपुर जिला शिमला को नामजद किया गया है।
वन विभाग के अनुसार इस आगजनी की वजह से पर्यावरण को गंभीर नुकसान हुआ है। क्षेत्र में लगाए गए सैकड़ों पौधे जलकर नष्ट हो गए, जिससे जैव विविधता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। साथ ही इस घटना से वन्यजीवों के आवास को भी क्षति पहुंची है।
वन परिक्षेत्र अधिकारी अयुष गुप्ता ने बताया कि आगजनी की इस घटना के पीछे मानवीय लापरवाही प्रतीत हो रही है। वन विभाग ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस को इस मामले की गंभीरता से जांच करने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
इस संबंध में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और एक व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। पुलिस का कहना है कि आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
वन विभाग और पुलिस ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे जंगल में आगजनी जैसी घटनाओं से बचें और यदि किसी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी मिले तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें। जंगलों में आग लगने से पर्यावरण को भारी नुकसान होता है, जिससे आमजन के जीवन पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।