जगन्नाथ रथ यात्रा 2025 की शुरुआत इस बार कोलकाता में अनोखे रूप में हुई है। इस्कॉन रथ में इस बार लगे हैं सुखोई-30 लड़ाकू विमान के पहिए, जो श्रद्धालुओं के बीच आकर्षण का केंद्र हैं।
रथयात्रा की शुरुआत और रूट
रथयात्रा दोपहर 1 बजे अल्बर्ट रोड स्थित इस्कॉन मंदिर से शुरू हुई। रथ ब्रिगेड परेड ग्राउंड तक जाएगा। रास्ते में कई प्रमुख मार्गों से होकर गुजरेगा।
हाईटेक रथ और QR कोड सुविधा
इस बार भक्तों के लिए रथ में QR कोड जोड़ा गया है, जिसे स्कैन कर रथ की लाइव लोकेशन मोबाइल पर देखी जा सकती है। यह सुविधा इस्कॉन वेबसाइट पर भी उपलब्ध है।
विदेशी श्रद्धालुओं की भागीदारी
इस आयोजन में बड़ी संख्या में विदेशी भक्त भी शामिल हुए हैं। इससे रथयात्रा का उत्सव और भी भव्य हो गया है।
रथ मेला और उल्टा रथ
27 जून से 4 जुलाई तक कोलकाता मैदान में रथ मेला चलेगा। 3 जुलाई को उल्टा रथ के अवसर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस्कॉन मंदिर में उपस्थित रहेंगी।
क्या आप जानते हैं?
रथ यात्रा निबंध, महत्व और महीने: हर साल आषाढ़ महीने के शुक्ल पक्ष की द्वितीया को होती है।
रथ यात्रा क्यों मनाई जाती है? भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा की पुरी से गुंडिचा मंदिर तक यात्रा के उपलक्ष्य में।
पुरी में हर 12 साल में क्या होता है? नवकलेवर, जिसमें भगवान की मूर्तियाँ बदली जाती हैं।
जगन्नाथ पुरी कब जाना चाहिए 2025 में? जुलाई में रथ यात्रा के दौरान जाना श्रेष्ठ माना जाता है।
जगन्नाथ रथ चक्र कब और कहाँ निकलती है? हर साल ओडिशा के पुरी शहर में, जून-जुलाई में।
जगन्नाथ रथ यात्रा का इतिहास बहुत प्राचीन है, हजारों वर्षों से चल रही परंपरा है।