फतेहाबाद, 3 अक्टूबर।
रतिया मार्केट कमेटी के चेयरमैन धर्मपाल शर्मा को पद से हटाने की मांग जोर पकड़ने लगी है। शुक्रवार को 11 गांवों के सरपंचों ने उपायुक्त को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा और चेयरमैन को तत्काल पद से हटाने की अपील की।
गांव भूंदड़वास के सरपंच सर्वजीत सिंह, गांव कंवलगढ़ के सरपंच गुरतेज सिंह, मुंशीवाली की सरपंच शकुंतला, बाड़ा के गुरजीत सिंह, रत्ताखेड़ा के अरविंद कुमार, रोझांवाली के परषोत्तम सिंह, भरपूर की ज्योति, फूला के सुनील कुमार, नंगल की नवनीत कौर और सरदारेवाला की गुरप्रीत कौर ने ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
सरपंचों का आरोप है कि धर्मपाल शर्मा ने 2015 से 2020 तक भूंदड़वास गांव के सरपंच रहते हुए लाखों रुपये का गबन किया था। इस मामले की रिपोर्ट पंचायती राज विभाग के अधिकारियों ने जांच के लिए भेजी थी, जिसमें उन्हें दोषी बताया गया। वर्तमान में यह जांच डीडीपीओ फतेहाबाद के पास लंबित है। सरपंचों की मांग है कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, धर्मपाल शर्मा को चेयरमैन के पद पर बने रहने की अनुमति न दी जाए।
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि धर्मपाल शर्मा और गांव के सरपंच के बीच कुछ महीने पहले विवाद हुआ था, जो मारपीट तक पहुंच गया था। इसे देखते हुए उनके पद पर बने रहना अनुचित बताया गया।
इस पूरे मामले पर चेयरमैन धर्मपाल शर्मा ने आरोपों को खारिज किया। उनका कहना है कि वे 2020 तक सरपंच रहे और उस दौरान किसी ने कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई। अब 2024 में आरोप लगाए जा रहे हैं, जो केवल द्वेषपूर्ण भावना से प्रेरित हैं।
रतिया क्षेत्र में इस मुद्दे को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है और सभी की निगाहें अब सरकार के फैसले पर टिकी हैं।