रेजोवाना खातून बीमारी ने तोड़ा परिवार
पश्चिम बंगाल के खड़गपुर की रहने वाली रेजोवाना खातून इन दिनों चर्चा का विषय हैं। रेजोवाना खातून बीमारी इतनी गंभीर है कि पूरा परिवार उन्हें अकेला छोड़ने को मजबूर हो गया।
मोहल्ले में उपद्रव और विवाद
स्थानीय लोगों का कहना है कि रेजोवाना कई बार हिंसक हो जाती हैं। दुकानों के शीशे, घरों की खिड़कियां और यहां तक कि गाड़ियों को भी तोड़ चुकी हैं। इस कारण पिता लगातार मुआवजा देते-देते कर्ज में डूब गए और घर छोड़कर चले गए।
अस्पताल में मारपीट और भागना
रेजोवाना को पहले खड़गपुर चांदमारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन वहां उन्होंने डॉक्टरों और नर्सों से मारपीट की और वहां से भाग निकलीं। अब उन्हें श्रीरामपुर वॉल्स अस्पताल में भर्ती किया गया है।
परिवार का दर्द
रेजोवाना के पिता ने कहा, “वह मेरी इकलौती बेटी है, लेकिन उसकी वजह से सबकुछ खत्म हो गया। अब मैं किसी तरह क्षतिपूर्ति नहीं कर सकता।” यह बयान रेजोवाना खातून बीमारी की गंभीरता को दर्शाता है।
मानसिक स्वास्थ्य पर चिंता
स्थानीय काउंसिलर ने भी अपील की है कि रेजोवाना का सही और लंबा इलाज बेहद जरूरी है। डॉक्टरों के मुताबिक, यह एक रेयर मानसिक बीमारी है जिसमें मरीज अचानक हिंसक हो जाता है और किसी पर भी हमला कर सकता है।
इलाज की तैयारी
अस्पताल प्रशासन ने कहा है कि इलाज में कोई कमी नहीं होगी। रेजोवाना खातून बीमारी के लिए लंबे समय तक चिकित्सा की जरूरत है और अस्पताल पूरा प्रयास करेगा कि वह स्वस्थ हो सकें।