📍 नई दिल्ली, 12 जून (हि.स.) — मई महीने में खुदरा महंगाई दर 2.82 फीसदी दर्ज की गई है, जो पिछले छह वर्षों में सबसे कम है। यह दर मार्च 2019 के बाद सबसे निचला स्तर है। खाने-पीने के सामान की कीमतों में नरमी के कारण यह गिरावट आई है।
🌾 खाद्य वस्तुओं की कीमतों में राहत:
विशेष रूप से अनाज और दालों की कीमतों में कमी ने खुदरा महंगाई दर घटाने में मदद की है। सरकार के बफर स्टॉक रिलीज और सरलीकृत आयात शुल्क जैसे उपायों ने भी महंगाई को नियंत्रण में रखने में अहम भूमिका निभाई है।
🏦 RBI का मुद्रास्फीति अनुमान:
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने मौद्रिक नीति समिति की बैठक में 2025-26 के लिए महंगाई दर का अनुमान 4% से घटाकर 3.7% किया है। साथ ही, अप्रैल-जून तिमाही के लिए मुद्रास्फीति अनुमान को 3.6% से घटाकर 2.9% कर दिया गया है।
📊 आंकड़े बताते हैं:
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के अनुसार, जुलाई 2019 के बाद यह सबसे कम उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) महंगाई दर है, जो आम आदमी के लिए राहत भरी खबर है।