बिजनौर, 30 जनवरी ( हि.स.) | जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में तैनात एक बाबू को एंटी करप्शन टीम ने रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया। इस कार्रवाई से डीआईओएस ऑफिस में हडकंप मच गया | इससे पूर्व कुछ दिन पहले ही बीएसए ऑफिस का भी एक कर्मचारी रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा जा चुका है ।
डीआईओएस ऑफिस में तैनात बाबू देवेंद्र चौहान पर उसी के ऑफिस में तैनात चपरासी राधेश्याम ने उसको बार-बार प्रताड़ित करने व उससे पैसे मांगने का आरोप लगाते हुए मुरादाबाद मंडल के एंटी करप्शन ब्यूरो से शिकायत की थी आज सुबह ही एंटी करप्शन की टीम ने बाबू को 10 हजार रुपये की रिश्वत के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया तथा थाने ले गई। राधेश्याम पुत्र बाबू राम निवासी आलीपुर आर्य कन्या इंटर कॉलेज में नजीबाबाद में स्थाई रूप से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर तैनात था, करीब 3 साल पहले राधेश्याम को अनुशासनहीनता के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया था हाई कोर्ट से राधेश्याम की बहाली के आदेश हो गए थे ,जिसके बाद तीन बार डीआईओएस द्वारा सवेतन बहाली के आदेश दिए गए थे, लेकिन अब तक उसकी बहाली नहीं की गई थी। राधेश्याम ने आरोप लगाया कि डीआईओएस कार्यालय में तैनात बाबू देवेंद्र कुमार जो वर्तमान में नजीबाबाद तहसील क्षेत्र से जुड़ा विभागीय कार्य देख रहा है और उसे बार-बार पैसों की डिमांड कर रहा है काउंटर के नाम पर 50 हजार रुपये मांगे जा रहे थे इतनी बड़ी रकम की व्यवस्था न होने के कारण उसने किस्तों में देवेंद्र कुमार को रुपए लेने के लिए मना लिया। बाबू देवेंद्र द्वारा लगातार मानसिक और आर्थिक उत्पीड़न किए जाने से त्रस्त होकर मामले की शिकायत एंटी करप्शन टीम से कर दी। आज गुरुवार को एंटी करप्शन टीम ने जाल बिछाया तथा निर्धारित समय पर राधेश्याम केमिकल लगे 10 हजार रूपए लेकर डीआईओएस कार्यालय में बाबू देवेंद्र कुमार के पास पहुंच गया और रिश्वत की रकम दे दी | देवेंद्र ने जैसे ही रुपए जेब में रखे चाक चौबंद टीम ने उसे दबोच लिया और उसको अपने साथ थाना कोतवाली शहर ले आई जहां पर आगे अग्रिम कार्रवाई टीम के द्वारा की जा रही है ।