नई दिल्ली, 5 अगस्त: जम्मू-कश्मीर, गोवा, बिहार और मेघालय के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का निधन मंगलवार को दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में हो गया। वे 79 वर्ष के थे और किडनी की गंभीर बीमारी से लंबे समय से पीड़ित थे। उन्हें 11 मई से अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां उनकी हालत लगातार बिगड़ती गई। उनके निजी सचिव केएस राणा ने उनके निधन की पुष्टि की।
राजनीतिक सफर की शुरुआत
24 जुलाई 1946 को उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के हिसवाड़ा गांव में जन्मे सत्यपाल मलिक ने मेरठ कॉलेज से राजनीति की शुरुआत की थी। वे 1968 में छात्रसंघ अध्यक्ष बने, फिर 1974 में यूपी विधानसभा पहुंचे। 1980 से 1989 तक राज्यसभा और 1989-91 तक लोकसभा के सदस्य रहे।
जम्मू-कश्मीर के अंतिम राज्यपाल
सत्यपाल मलिक का निधन ऐसे समय में हुआ जब वे अपनी बेबाक छवि के लिए चर्चा में थे। अगस्त 2018 से अक्टूबर 2019 तक वे जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल रहे। उनके कार्यकाल में ही अनुच्छेद 370 हटाया गया, जिससे जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा मिला।
केंद्र सरकार से मतभेद
राज्यपाल रहते हुए उन्होंने कई बार केंद्र सरकार की आलोचना की। पुलवामा हमले को लेकर उन्होंने खुफिया चूक के आरोप लगाए। हाल ही में किरु जलविद्युत परियोजना में CBI ने उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी, जिसे उन्होंने बदले की कार्रवाई बताया।