शिमला: जातिगत प्रताड़ना से परेशान 12 वर्षीय बच्चे ने की आत्महत्या
शिमला, 29 सितंबर (हि.स.) – हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के रोहड़ू उपमंडल में स्थित चिड़गांव थाना क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। 12 वर्षीय अनुसूचित जाति के बच्चे ने कथित जातिगत भेदभाव और प्रताड़ना से आहत होकर जहरीला पदार्थ खा लिया, जिससे उसकी मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार, 16 सितंबर की शाम बच्चे को उसके परिजन बेहोश अवस्था में पाए और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रोहड़ू ले गए। गंभीर स्थिति के कारण उसे आईजीएमसी शिमला रेफर किया गया, लेकिन 17 सितंबर की रात उसकी मौत हो गई।
पुलिस जांच में पता चला कि बच्चा सामान लेने के लिए आरोपी महिला की दुकान गया था। दुकान बंद होने पर वह सीधे महिला के घर पहुंचा, जहां आरोपी महिला और अन्य महिलाओं ने उसे पिटाई कर गौशाला में बंद कर दिया। महिला ने कथित रूप से बच्चा और उसके परिवार से बकरे की मांग भी की। बच्चा वहां से भाग निकला, लेकिन अपमान और प्रताड़ना ने उसे अंदर तक झकझोर दिया, जिसके परिणामस्वरूप उसने आत्महत्या कर ली।
डीएसपी रोहड़ू प्रणव चौहान ने बताया कि मामले में आरोपी महिला ने हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत प्राप्त कर ली है। अदालत ने पुलिस को मामले की स्टेटस रिपोर्ट 6 अक्टूबर तक पेश करने का निर्देश दिया है।
इस मामले की जांच में सभी पहलुओं को गंभीरता से देखा जा रहा है, जिसमें अन्य संलिप्त महिलाओं की भूमिका भी शामिल है। पुलिस और प्रशासन ने स्पष्ट किया कि जातिगत भेदभाव और प्रताड़ना के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।