शिमला, 31 जनवरी (हि.स.)। शिमला पुलिस हिमाचल प्रदेश सहित उत्तर भारत में सक्रिय बड़े पैडलर गैंग ‘संदीप शाह सिंडीकेट’ का भंडाफोड़ करते हुए इसके मुख्य सरगना समेत 16 सदस्यों को गिरफ्तार कर चुकी है। इस सिंडीकेट के 200 सदस्य पुलिस के राडार पर हैं जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं।
पुलिस ने दावा किया है कि अगले 24 घंटों में इस सिंडीकेट के 25 और सदस्यों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा।
चौंकाने वाली बात यह है कि इस सिंडीकेट के तार न केवल उत्तर भारत बल्कि नाइजीरिया से भी जुड़े हुए हैं। यह गिरोह ऑनलाइन और सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए ड्रग्स की तस्करी को अंजाम दे रहा था।
शिमला पुलिस की पूछताछ में मुख्य सरगना संदीप शाह ने खुलासा किया है कि वह दिल्ली में रहने वाले एक नाइजीरियन नागरिक मार्क से चिट्टा (हेरोइन) खरीदता था। दोनों के बीच व्हाट्सएप कॉल और अन्य वर्चुअल माध्यमों से बातचीत होती थी। संदीप शाह के इशारे पर नाइजीरियन गैंग का एक गुर्गा दिल्ली या अन्य स्थानों पर ड्रग्स की खेप पहुंचाता था।
अब पुलिस इस मामले में मार्क की तलाश में जुट गई है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस नाइजीरियन नेटवर्क के भारत में और कितने संपर्क हैं।
डिजिटल ट्रांजेक्शन के जरिए 4 करोड़ का लेन-देन, 29 बैंक खाते फ्रीज
पुलिस जांच में सामने आया है कि इस ड्रग सिंडीकेट ने यूपीआई और डिजिटल स्कैनर के माध्यम से चिट्टे की खरीद-फरोख्त में करीब 4 करोड़ रुपये का लेन-देन किया है। इस लेन-देन को ट्रैक करने के लिए पुलिस ने 29 बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है।
बताया जा रहा है कि इस गैंग ने ड्रग्स के धंधे में करोड़ों रुपये का कारोबार किया है। अब पुलिस हर वित्तीय पहलू की गहनता से जांच कर रही है। इसके लिए साइबर सेल और वित्तीय विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है ताकि इस अवैध कारोबार की पूरी श्रृंखला को उजागर किया जा सके।
उत्तर भारत में फैला था नेटवर्क, पांच राज्यों में फैली थी तस्करी
यह सिंडीकेट उत्तर भारत के पांच राज्यों में ड्रग्स सप्लाई कर रहा था। मुख्य रूप से हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में इसका नेटवर्क फैला हुआ था। शिमला पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि इस गिरोह के सदस्य विभिन्न राज्यों में चिट्टे की तस्करी में शामिल थे।
सिंडीकेट के सरगना संदीप शाह ने बताया कि वह अपने गुर्गों के माध्यम से बड़े शहरों में कॉलेज और यूनिवर्सिटी के छात्रों को ड्रग्स की सप्लाई करता था।
शिमला के एसपी संजीव गांधी ने कहा है कि यह पहली बार है जब उत्तर भारत के इतने बड़े ड्रग्स सिंडीकेट का पर्दाफाश हुआ है, जिसका सीधा संबंध नाइजीरिया से जुड़ा है।
उन्होंने कहा कि बीते वर्ष हमने आठ अंतरराज्यीय ड्रग्स गैंग का भंडाफोड़ किया था। लेकिन यह सिंडीकेट अब तक का सबसे बड़ा नेटवर्क है। पुलिस ने सरगना को गिरफ्तार कर लिया है और अगले 24 घंटों में 25 और आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। पूरे नेटवर्क पर हमारी नजर है और कोई भी दोषी बच नहीं पाएगा।