ऐतिहासिक उड़ान: शुभांशु शुक्ला Axiom‑4 पर रवाना
- बुधवार सुबह, Axiom‑4 mission के तहत शुभांशु शुक्ला ने कैनेडी स्पेस सेंटर LC‑39A से उड़ान भरी।
- अंतरिक्ष यान में उनका पहला संदेश था:
“नमस्कार देशवासियों, इतने वर्षों बाद हम अंतरिक्ष लौटे हैं… मेरे कंधे पर तिरंगा है!”।
🌍 मिशन विस्तार: उद्देश्य और महत्व
- यह मिशन SpaceX और Axiom Space की चार सदस्यीय उड़ान है।
- शुक्ला के साथ पोलैंड और हंगरी से दो अन्य अंतरिक्ष यात्री और कमांडर पेगी व्हिटसन हैं ।
- मिशन में 14 दिन तक ISS पर प्रयोग होंगे, जिनमें शुक्ला की सात भारतीय प्रयोगशाला परियोजनाएँ भी शामिल हैं ।
🙌 देश की प्रतिक्रिया: इमोशंस और उम्मीदें
- पीएम मोदी बोले: “शुभांशु शुक्ला 1.4 अरब देशवासियों की उम्मीद लेकर गए हैं”।
- Lucknow में स्कूल से ट्वीट किया गया भावुक वीडियो जहां उनकी माँ ने सपोर्ट दिखाया।
- शुभांशु ने अपनी पत्नी और मां को दिल से धन्यवाद कहा।
🛰️ ISRO और NASA का नया अध्याय
- यह मिशन भारत की मानव अंतरिक्ष यात्रा की शुरुआत है और Gaganyaan के लिए अहम कदम भी।
- ISRO Headquarters बेंगलुरु में दुनिया की अगली पीढ़ी की तैयारियाँ चल रही हैं।
- NASA की Crew Dragon “Grace” 26 जून को ISS से जुड़ने की तैयारी में है।
🔚 निष्कर्ष: आकाश नहीं सीमा है
Axiom‑4 mission सिर्फ एक उड़ान नहीं, बल्कि भारत की उड़ान का दूसरा चरण है। शुभांशु शुक्ला का संदेश बताता है कि देश अब फिर अन्तरिक्ष क्षेत्र में तिरंगा लहराने जा रहा है।