🟢 सिरमौर की बेटी बनी पूरे हिमाचल की पहचान
सिरमौर जिले के धारटी धार क्षेत्र की मैत्रेई भारद्वाज ने एचएएस परीक्षा पास कर तहसीलदार बनकर इतिहास रच दिया है।
इस सफलता से पूरा क्षेत्र गर्व और खुशी से भर गया है।
🟢 मेहनत से मिली बड़ी जीत
मैत्रेई भारद्वाज ने यह सफलता बिना किसी कोचिंग के प्राप्त की है।
उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और अनुशासन से यह मुकाम हासिल किया है।
इसलिए उनकी सफलता हजारों युवाओं के लिए प्रेरणा बन गई है।
🟢 गांव से प्रशासनिक सेवा तक का सफर
मैत्रेई भारद्वाज ने डीएवी स्कूल नाहन से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की।
इसके बाद उन्होंने जवाहर नवोदय विद्यालय नाहन में पढ़ाई पूरी की।
फिर उन्होंने राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय नाहन से बीएससी की पढ़ाई की।
🟢 दूसरे प्रयास में बनीं तहसीलदार
मैत्रेई भारद्वाज ने दूसरे प्रयास में एचएएस परीक्षा पास की।
हालांकि उन्होंने किसी भी प्रकार की कोचिंग नहीं ली थी।
फिर भी उन्होंने आत्मविश्वास और नियमित अध्ययन से यह लक्ष्य हासिल किया।
🟢 परिवार का मिला पूरा सहयोग
मैत्रेई भारद्वाज के पिता रमेश भारद्वाज पशुपालन विभाग से सेवानिवृत्त हैं।
उनकी माता सुमन भारद्वाज एक गृहिणी हैं।
उनके बड़े भाई सिद्धार्थ भारद्वाज वन विभाग में कार्यरत हैं।
🟢 युवाओं के लिए प्रेरणा बनी मैत्रेई भारद्वाज
मैत्रेई भारद्वाज की सफलता यह दिखाती है कि संसाधनों से अधिक इच्छाशक्ति जरूरी होती है।
इसलिए उनकी कहानी हर युवा को अपने सपनों पर विश्वास करना सिखाती है।




