📍 लखनऊ, 06 जून (हि.स.) — उत्तर प्रदेश के खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के आयुक्त राजेश कुमार ने लाल मिर्च में की जा रही मिलावट को लेकर गंभीर चेतावनी जारी की है। उन्होंने कहा कि बाज़ार में बिक रही लाल मिर्च पाउडर में सूडान फर्स्ट और सेकेंड जैसे खतरनाक सिंथेटिक रंगों की मिलावट हो रही है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है।
🌶 क्या है सूडान रंग?
सूडान एक रासायनिक सिंथेटिक रंग है, जिसका इस्तेमाल आमतौर पर चमड़े, प्लास्टिक और कपड़ों को रंगने में होता है।
“खाद्य पदार्थों में इसका उपयोग पूरी तरह अवैध है और यह कैंसरजन्य (Carcinogenic) भी हो सकता है।” – राजेश कुमार
🛑 कैसे होता है उपयोग?
- दुकानदार लाल मिर्च पाउडर को और ज्यादा लाल और आकर्षक दिखाने के लिए सूडान रंग मिलाते हैं।
- पुरानी या खराब लाल मिर्च को नया जैसा दिखाने के लिए सूडान का इस्तेमाल किया जाता है।
- यह मिर्च टिक्की, दही बड़े, चाट, आलू पापड़ जैसे लोकप्रिय स्ट्रीट फूड्स पर भी डाली जाती है।
🚨 खाद्य विभाग की कार्रवाई:
राज्यभर में खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीमें सक्रिय हैं और नियमित रूप से मसाला मंडियों व दुकानों पर छापेमारी कर रही हैं।
- कई बार दूसरे राज्यों से आ रही मिलावटी मिर्च की खेप पकड़ी गई है।
- गहन जांच व विश्लेषण के बाद नमूनों की पुष्टि होने पर कठोर कार्रवाई की जा रही है।
📣 सार्वजनिक अपील:
राजेश कुमार ने आम नागरिकों से अपील की कि वे
- अनजान स्रोतों से मिर्च पाउडर खरीदने से बचें
- केवल एफएसएसएआई प्रमाणित ब्रांडेड मसाले ही खरीदें
- संदिग्ध उत्पादों की सूचना निकटतम खाद्य सुरक्षा अधिकारी को दें
⚠️ निष्कर्ष:
लाल मिर्च में मिलाया जा रहा सूडान फर्स्ट और सेकेंड न केवल कानून के खिलाफ है, बल्कि मानव स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा भी है। विभाग द्वारा सख्त निगरानी और कार्रवाई जारी है, लेकिन जन-जागरूकता और सतर्कता भी जरूरी है।