बेंगलुरु, 8 मार्च (हि.स.)। सर्दी खत्म हो गई है और गर्मी का मौसम शुरू हो गया है। तापमान बढ़ने पर आमतौर पर प्यास भी बढ़ जाती है। ऐसे समय में बार-बार ठंडे पेय पदार्थ पीने की इच्छा होना स्वाभाविक है। बहुत से लोग गन्ने का रस पीना चाहते हैं। गन्ने का रस स्वास्थ्य के लिए लाभदायक भी है, लेकिन बेंगलुरु की वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. मंजुला एक हालिया रिपोर्ट के हवाले से कहती हैं कि इसे बार-बार पीना स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, गन्ने के रस का अधिक सेवन करना स्वास्थ्यकर नहीं है। आईसीएमआर की रिपोर्ट के हवाले से डॉ. मंजुला कहती हैं कि आपने यह कहावत तो सुनी ही होगी कि अधिक मात्रा में सेवन करने पर अमृत भी विष बन जाता है इसलिए किसी भी चीज का अधिक मात्रा में सेवन करना उचित नहीं है। यह बात गन्ने के रस पर भी लागू होती है। इसके रस में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, आयरन, पोटैशियम, फास्फोरस, कैल्शियम, मैग्नीशियम और एंटीऑक्सीडेंट प्रचूर मात्रा में होते हैं। गन्ने के रस में मौजूद खनिज हड्डियों को मजबूत करते हैं।
क्या हैं फायदे-
-रोजाना गन्ने का रस पीने से शरीर का तापमान कम होता है और शरीर ठंडा रहता है।
-गन्ने के रस में एंटीऑक्सीडेंट, मैग्नीशियम और आयरन होते हैं। ये प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं।
-इसमें शरीर से विषैले पदार्थ निकालने और अपशिष्ट को बाहर निकालने का गुण होता है।
-गन्ने का रस लीवर के लिए बहुत अच्छा है। पीलिया से पीड़ित लोगों के लिए भी इसका सेवन कम मात्रा में करना अच्छा होता है।
-गन्ने का रस आयरन से भरपूर होता है। इससे एनीमिया को रोका जा सकता है।
-प्रतिदिन थोड़ी मात्रा में गन्ने का रस पीने से आपकी पाचन क्रिया बेहतर हो सकती है। अपच और पेट दर्द कम हो जाता है।