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सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर ने स्पेसएक्स को कहा शुक्रिया, बोले- धरती के माहौल में ढलने की कर रहे कोशिश

-स्पेस से लौटने पर सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर की पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस

-अंतरिक्ष में 286 दिन बिताने के बाद पृथ्वी पर लौटे सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर

ह्यूस्टन, 31 मार्च (हि.स.)। नासा के अनुभवी अंतरिक्ष यात्री, सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर महज आठ दिनों के मिशन के लिए उड़ान भरी थी, लेकिन वो 286 दिनों बाद धरती पर लौटे। 18 मार्च को स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन यान के जरिए उनकी सफल वापसी हुई। दोनों अंतरिक्ष यात्री ने मार्च महीने की शुरुआत में धरती पर वापस आने के बाद आज पहली बार टेक्सास के ह्यूस्टन में जॉनसन स्पेस सेंटर से सार्वजनिक रूप से मिशन के अनुभवों को साझा किया।

लंबे अंतराल के बाद पृथ्वी पर लौटने के बाद सुनीता विलियम्स ने अपनी भावनाएं साझा करते हुए कहा, “मैं सबसे पहले अपने पति और अपने पालतू कुत्तों को गले लगाना चाहती थी।” उन्होंने कहा कि सबसे पहले उन्होंने अपने घर में एक ग्रिल्ड चीज सैंडविच का आनंद लिया, जो उनके पिता की याद दिलाता है।

पृथ्वी पर सकुशल वापसी पर बुच विल्मोर ने कहा, “हम इस देश के आभारी हैं, जिन्होंने हमारे लिए प्रार्थना की और हमारे साथ शामिल रहे।” वहीं सुनीती ने कहा, “हमें नहीं पता था कि धरती पर क्या हो रहा है। लेकिन लोगों की प्रतिक्रियाओं से सम्मानित और विनम्र महसूस कर रही हैं।” उन्होंने आगे कहा कि “हम जो कर रहे हैं, वह भी महत्वपूर्ण है, टीमें हमें पुनर्वास में मदद कर रही हैं और नई चुनौतियों के लिए तैयार कर रही हैं।”

भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने आईएसएस पर बिताए समय को अनमोल वैज्ञानिक अवसर बताया। उन्होंने कहा कि इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण प्रयोग किए। उन्होंने कहा कि यह मिशन अमेरिकी अंतरिक्ष अभियानों की सूची में छठे सबसे लंबे मिशन के रूप में दर्ज हुआ है। हालांकि, सबसे लंबी अवधि का रिकॉर्ड नासा के ही अंतरिक्ष यात्री फ्रैंक रूबियो के नाम है, जिन्होंने 371 दिनों तक अंतरिक्ष में रहकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया था।

286 दिनों तक अंतरिक्ष में यात्रियों को क्यों रुकना पड़ा? इस सवाल के जवाब में विलियम्स और विलमोर ने कहा कि नासा और बोइंग द्वारा विकसित स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान में तकनीकी दिक्कतों के चलते उन्हें अंतरिक्ष स्टेशन पर ही रुकना पड़ा। उनका मिशन मात्र आठ दिनों के लिए था, लेकिन स्टारलाइनर के प्रणोदन प्रणाली में आई समस्याओं के कारण नासा ने उनकी वापसी को बार-बार टाल दिया। अंततः जब यह निर्णय लिया गया कि उनके लिए स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन से वापसी अधिक सुरक्षित होगी, तो उनकी वापसी संभव हो पाई। हालांकि नासा और बोइंग की आगामी योजनास्टारलाइनर यान की असफलताओं की विस्तृत जांच जारी है। उन्होंने बताया कि नासा और स्पेसएक्स की नई उड़ानें यह सुनिश्चित करने के लिए तैयार की जा रही हैं कि भविष्य में इस तरह की तकनीकी परेशानियां दोबारा न हों।

अंतरिक्ष में लंबी अवधि बिताने के प्रभाव को लेकर सुनीता और बुच ने कहा कि 286 दिनों तक भारहीनता में रहने के बाद दोनों अंतरिक्ष यात्री ह्यूस्टन स्थित जॉनसन स्पेस सेंटर में पुनर्वास प्रक्रिया से गुजर रहे हैं। इस दौरान, वे अपनी मांसपेशियों और हड्डियों को पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के अनुकूल ढालने के लिए विशेष व्यायाम कर रहे हैं ताकि धरती के माहौल में खुद को बेहतर ढंग से ढाल सकें।

एक सवाल कि आईएसएस में उनके फंसे रहने के लिए कौन जिम्मेदार है, पर बुच विल्मोर ने कहा, “हम सभी जिम्मेदार हैं। हमें आगे की ओर देखना चाहिए, हम बैठकर किसी को दोष नहीं दे सकते।” उन्होंने आगे कहा कि “हम समस्याओं को ठीक करने जा रहे हैं।” वहीं, बुच के जवाब को आगे बढ़ाते हुए निक हेग ने कहा कि “हमारा ध्यान मिशन पर था, वहां राजनीति के लिए कोई जगह नहीं थी।”

सुनीता और बुच के साथी निक हेग ने कहा कि “हम सभी ने अंतरिक्ष स्टेशन पर कई मिशन किए हैं। हम अभी अंतरिक्ष स्टेशन के स्वर्णिम युग में हैं।” उन्होंने आगे कहा, “जब मैं मानव अंतरिक्ष अन्वेषण के भविष्य के बारे में सोचता हूँ तो मैं वास्तव में आशावादी हो जाता हूं।” उन्होंने कहा कि यह मिशन हमारा राष्ट्रीय लक्ष्य, राष्ट्रीय फोकस था।

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