Sunped School Crisis: जर्जर भवन में पढ़ाई
Sunped School Crisis के छात्र 1986 के पुराने भवन में पढ़ने को मजबूर हैं। नया भवन बेकार पड़ा।
नया भवन कंडम
16 लाख की लागत से बना नया भवन उपयोग नहीं हो सका, खिड़कियां-दरवाजे टूट चुके हैं।
छात्रों की संख्या घट रही
कम सुविधाओं और खराब हालत से सरकारी स्कूल के छात्र निजी स्कूलों का रुख कर रहे हैं।
सुविधाओं की भारी कमी
पानी-बिजली न होने से नया भवन शुरू नहीं हुआ, असामाजिक तत्वों का कब्ज़ा रहता है।
ग्रामीणों की मांग
ग्रामीण चाहते हैं कि स्कूल को 12वीं तक अपग्रेड किया जाए ताकि बच्चों को राहत मिले।
विभाग की प्रतिक्रिया
जिला शिक्षा अधिकारी ने जांच का भरोसा दिया, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
क्यों गंभीर है Sunped स्कूल Crisis?
- 1986 का जर्जर भवन
- नया भवन बेकार पड़ा
- सुविधाओं की भारी कमी
- छात्रों की संख्या में गिरावट
- ग्रामीणों ने 12वीं तक स्कूल की मांग उठाई